भारत की जनवादी नौजवान सभा एवं स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने सौंपा ज्ञापन
उदयपुरवाटी (झुञ्झुणु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) भारत की जनवादी नोजवान सभा(DyFi) एवं स्टुडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(SFi)के नेतृत्व में अग्निपथ योजना से सेना भर्ती में ठेकाप्रथा बंद करके नेजवानो को स्थाई रोजगार मुहिया करवाने की माँग को लेकर उदयपुरवाटी उपखण्ड अधिकारी के मार्फ़त राष्ट्रपति महोदय के नाम सौपा ज्ञापन।
जिसमे भारत की जनवादी नोजवान सभा के तहसील अध्यक्ष किशोर सैनी ने बताया कि भारत सरकार सेना भर्ती के लिए एक योजना लेके आयी है।जिसका नाम अग्निपथ है.इस योजना के द्वारा भर्ती किए जाने वाले सेनिको का नाम अग्निवीर होगा।
महोदय यह योजना पूर्णतः नोजवान विरोधी है इस योजना के अन्तर्गत भर्ती होने वाले नोजवानो में से केवल 25 फीसदी नोजवानों को ही लम्बी अवधि तक सेना में रखा जाएगा। बाकी के 75 फीसदी जवानों की सेवाएं 4 साल के बाद समाप्त कर दी जाएगी।जब चार बाद 75 फीसदी जवानों को सेना से निकलने का समय आएगा तब एक बड़ी ही विकट स्थिति पैदा हो जाएगी।
क्योकि जिन 25 फीसदी जवानों को सेना में रखा जाएगा उनसे उनसे एक मोटी रकम सैन्य अधिकारियों से द्वारा वसूली जाएगी एवं स्थाई होने वाले जवानों के सामने यह मजबूरी होगी कि वह या तो सेना से बहार जाए या चार साल में मिलने वाले पैसे सैन्य अधिकारियों के नजराने के रूप में पेश करके अपनी नोकरी को पका करे।महोदय इससे सैना में बहुत ही ऊंचे लेवल का भरस्टाचार फैलेगा एवं अपने देश की सेना का ताना-बाना ध्वस्त हो जाएगा जो 75 फीसदी जवान चार साल बाद सेना से बहार होंगे उनको पूर्व सैनिको का दर्जा भी हासिल नही होगा.क्योकि पूर्व सैनिक का दर्जा उन सैनिको को ही मिलता हैं जिन्होंने सेना में पाँच साल या उससे अधिक सेवाएं दी हो इसलिए उनको सरकारी सेवाओं में आरक्षण भी नही मिलेगा।
उनका कहना है कि योजना के अंतर्गत अगर सेना को जवां बनाना है तो चार साल की जगह 10 साल बाद जवानों को पेंशन के साथ सेवामुक्त किया जाए। जिससे सेवामुक्त होने वाले जवानों को पूर्व सैनिकों की सारी सुविधाएं मिल सके और 10 साल बाद सेवामुक्त होने वाले जवान भी समाज मे सम्मान के साथ अपना जीवनयापन कर सके।
ज्ञापन देने वाले-DyFi जिला उपाध्यक्ष-सन्दीप जीनगर, SFi तहसील अध्यक्ष-अंकित सैनी, इंद्राज सैनी, सचिन सैनी, सुरेंद्र फौजी, SFi तहसील सयुक्त सचिव-कैलाश सुईवाल, रवीं जिंदोलिया, विकाश नांगल, अनिल सैनी, शीशराम सैनी, सुनील तंवर, अंकित, कैलाश तंवर ,रामधन कटारिया ,नारसिंह बागोरा, दिनेश सैनी, विकाश सैनी तमाम साथी मौजूद थे।