गोविंदगढ़ क्षेत्र को वर्तमान कांग्रेस विधायक ने दी कई सौगातें,भाजपा विधायक रहे नाकाम
गोविंदगढ़, अलवर
रामगढ़ विधानसभा के गोविंदगढ़ क्षेत्र में विगत 30 साल की राजनीति में जहां विकास के मायने इस विधानसभा सत्र में देखने को मिले वह पिछले विधायकों के कार्यकाल में संभव नहीं हुआ। विकास के सही मायने इस कार्यकाल में आमजन को देखने को मिले। जो मांगे पूर्व में क्षेत्र के लोगों के द्वारा की जाती रही वह लगभग सभी मांगे इस कार्यकाल में विधायक साफिया जुबेर खान के द्वारा पूरी की गई
विगत 5 विधानसभा के कार्यकाल में जहां तीन बार भाजपा के ज्ञानदेव आहूजा रामगढ़ विधान सभा से चुने गए वहीं दो बार जुबेर खान विधायक चुने गए लेकिन इन कार्यकाल में गोविंदगढ़ क्षेत्र विकास के लिए तरसता रहा क्षेत्र में इन दौरान सड़कें पानी बिजली की समस्या लोगों के लिए बड़ी चुनौती साबित होती रही।
क्षेत्र में जहां गोविंदगढ़ कस्बे की बात करें तो यहां पर भाजपा का वर्चस्व देखने को मिलता रहा है यहां पर भाजपा का मतदान प्रतिशत कांग्रेस के मुकाबले अत्यधिक होता रहा है लेकिन इन सबके बाद भी भाजपा के विधायक के द्वारा यहां पर विकास की कोई रणनीति नहीं बनाई गई वही दोबारा एमएलए कांग्रेस के जुबेर खान रहे लेकिन उनकी भी स्थिति इसी प्रकार बनी रही और उनके कार्यकाल में भी विकास यहां पर देखने को नहीं मिल सका
इन्हीं कारणों से क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवार की चर्चा जोर पकड़ने लगी और यहां पर स्थानीय उम्मीदवार के रूप में भाजपा ने सुखवंत सिंह को चुना वही कांग्रेस ने जुबेर खान का पत्ता काट कर उनकी पत्नी साफिया जुबेर खान पर दांव खेला था और इस मुकाबले में साफिया जुबेर खान विजयी रही थी अभी इसे बसपा के उम्मीदवार लक्ष्मण सिंह की मृत्यु हो जाने पर नए उम्मीदवार जगत सिंह के आने के बाद हुआ उलटफेर माने या फिर राजनीतिक उठापटक। क्योंकि क्षेत्रीय चुनावी विश्लेषकों की मानें तो भाजपा से नए उम्मीदवार आने पर आपसी कलह बढ़ जाने के कारण यहां भाजपा को नुकसान हुआ जिसका फायदा कांग्रेस को हुआ अब देखने वाली बात यह होगी कि भाजपा इस नुकसान की पूर्ति किस प्रकार कर पाती है वही अब कांग्रेस की ओर से भी जुबेर खान के चुनाव लड़ने की संभावनाएं प्रबल दिख रही हैं
बहरहाल गोविंदगढ़ क्षेत्र की जनता को इस कार्यकाल में साफिया जुबेर खान के द्वारा जहां कई सौगातें दी गई वही इन सौगातों के कारण कार्यालय तो खुले लेकिन उनमें कर्मचारी ना होने के कारण क्षेत्रीय जनता को काफी परेशानियों से भी दो-चार होना पड़ा । जिससे क्षेत्र की जनता में भी काफी नाराजगी देखने को मिल रही है
सरकार ने की घोषणाएं आमजन को नहीं मिला लाभ:-
जहां किसान विद्युत विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर समय पर नहीं मिलने एवं विद्युत कटौती से परेशान हैं वही नगरपालिका के अस्तित्व में आने के बाद सरकार की चुनावी घोषणा से यहां आमजन सहित राजनीतिक लोग नाराज दिख रहे हैं कृषि उपज मंडी के खोले जाने की घोषणा के बाद भी वहां पर कार्य प्रारंभ पूर्ण रूप से नहीं होने पर मंडी व्यापारी सहित किसान नाराज दिख रहे हैं और पंचायत समिति में कर्मचारी पूरे नहीं होने के कारण ग्राम पंचायतों के कार्य भी बाधित हो रहे हैं
हॉस्पिटल में जहां कर्मचारी कम होने के कारण चिकित्सा व्यवस्था बाधित होती रही है साथ ही वहां पर बैड भी पूरे उपलब्ध नहीं होने से क्षेत्र के लोग सरकार के प्रति नाराज नजर आ रहे हैं अब ऐसी कितनी बातें यहां पर बताई जाएं आमजन की नाराजगी नजर आ रही है यहां पर यह कहना गलत नहीं होगा कि हाथी के दांत दिखाने के ओर खाने के ओर सरकार की ओर से घोषणाएं तो बहुत कर दी गई लेकिन धरातल पर कुछ और ही नजर आ रहा है आमजन इन घोषणाओं से होने वाले लाभों को लेकर अभी तक वंचित ही नजर आ रहा है