लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी रेल अंडरपास नकारा हुआ साबित: हल्की बारिश में बना दरिया
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) कस्बे की यातायात जाम की समस्या से राहत दिलाने के लिए बने रेल अंडरपास में बरसाती पानी निकास सिस्टम लाखों रुपए खर्च करने के बाद भी नकारा साबित हो रहा है।
कोटपुतली नेशनल हाईवे भिवाड़ी टोल मार्ग पर स्थित खैरथल कस्बे में बीचोबीच गुजरने वाले रेलवे ट्रैक पर मात्र छोटा सा रेल समपार (फाटक) नाकाफी होने पर समीप ही बने रेल अंडरपास में बरसाती पानी निकालने के लिए विभाग की ओर से लाखों रुपए खर्च कर बनाया सिस्टम नकारा साबित हो रहा है। हल्की सी बारिश होने पर इसमें तीन से चार फिट तक पानी भरने से यहां वाहनों की आवाजाही नहीं हो पाती है, वहीं रात के अंधेरे में बहुत वाहन चालकों को यहां भरा मटियाला पानी सीसी रोड जैसा दिखाई देने पर पानी में घुस कर फंस जाने की मुसीबत का सामना करना पड़ता है। जबकि यहां पानी भरने पर यातायात का पूरा भार इकलौते रेल फाटक संख्या 93 पर आ जाने पर वाहनों का जाम लग जाता है। जाम में वाहन, एंबुलेंस, दमकल आदि भी नहीं निकल पाते हैं और फाटक से जुड़े पांच सड़क मार्गों पर वाहनों की कतारें लग जाती है।
कभी कभी हालात इतने गंभीर हो जातें हैं कि जाम में भारी वाहनों के रेलवे फाटक के ट्रेक पर फंसे होने से लिफ्टिंग बेरियर बंद नहीं हो पाने पर रेल परिचालन भी ठप्प हो जाता है और ट्रेनों को फाटक बंद होने की इंतजार में आउटर सिग्नल के बाहर व रेलवे स्टेशन पर खड़े रहना पड़ता है। ऐसे में रेलवे पुलिस मुकामी पुलिस के पूरे लवाजमें के साथ भारी मशक्कत कर जैसे तैसे ट्रेनों को पास करवाती है। उधर,रेल अंडरपास में भरे पानी को भी स्थानीय निकाय की ओर से देसी जुगाड़ ट्रेक्टर की मदद से समर्सिबल पम्प से निकाल कर आवागमन के लिए खोलती है लेकिन दुबारा बारिश हुई तो फिर से पानी भर जाता है।
रेलवे विभाग ने भरने वाले पानी की स्वत: निकासी के लिए लाखों रुपए खर्च कर बगल में ही विशाल टैंक का निर्माण करवा कर अंडरपास से जोड़ा था जो प्रारंभिक दौर में तो ठीक रहा लेकिन देखभाल के अभाव में सिस्टम थोड़े समय बाद ही नकारा हो गया। गत दिवस तेज बारिश होने से इसमें तीन चार फुट पानी भर गया था, बाद में नगरपालिका व पुलिस प्रशासन की ओर से दोनों ओर से लोहे की बड़ी चैन लगाकर रास्ता बंद कर दिया।