जमताडा न बन जाए राजस्थान प्रदेश: सीबीआई ईडी की पैनी नजर
जयपुर (राजस्थान/ रितीक शर्मा) राजस्थान में बढ़ते अपराधों और माफियाओं के बोल बाले ने केंद्रीय जांच एजेंसियों के कान खड़े कर दिये हैं। सीबीआई ईडी समेत कई गुप्तचर एजेंसियों के रडार पर राजस्थान है। ऐसी जानकारी लगातार मिल रही हैं। राजस्थान के मुख्यमन्त्री अशोक गहलोत भी इस बात पर चिंता जता चुके हैं कि राजस्थान साइबर क्राइम के बढ़ते मामलों के कारण कहीं जमताडा तो नहीं बन जाएगा?
दोस्तों झारखंड में जमताडा देश में ठगी अपराध का सबसे बड़ा केंद्र माना जाता है। वहाँ गाँव गाँव और घर घर में नटवर लाल हैं फ़िशिंग घटनाओं के कारण जमताडा फ़िशिंग राजधानी के नाम से कुख्यात हो गई है। यह जगह पहले खदानों के लिए प्रसिद्ध थी पर अब राजनेतिक संरक्षण के चलते दुनिया भर में अब जमताडा का नाम आते ही रूँह काँप जाती है। वहाँ ठगी की बाकायदा क्लासें चलती हैं।लोगो को किस तरह ठगा जाएँ। नटवर् लाल कैसे बना जाए, इसके आधुनिकतम गुर सिखाए जाते हैं। ठगने के लिए तैयार किये जाने वाले हर उम्र के लोगों को तमाम देशी विदेशी भाषा, मुद्रा का ज्ञान कराया जाता है। एक बार यहाँ देश के बाइस राज्यों की पुलिस ने एक साथ छापा मारा था।
मित्रों साइबर क्राइम के आंकड़ों में राजस्थान और राजस्थान में भी अलवर का नाम इन दिनों सिर चढ़ कर बोल रहा है।राजस्थान में हर जिले में साइबर क्राइम फैला है। पर प्रदेश के मेवात में इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ रखे हैं। अलवर जिला हरियाणा और राजस्थान से सटा होने की वजह से भी अपराधियों की शरण स्थली बन गया है।अलवर में पुलिस के दो जिले हैं जिनमें उधोग नगरी भिवाडी जिला भी शामिल है अलवर और भिवाडी मेवात के गढ़ माने जाते हैं।यहाँ साइबर क्राइम की जड़े बहुत गहरी हो चुकी हैं। बड़े बड़े तीस मार्खाओं के ठगे जाने का रिकार्ड पुलिस के पास है।मेवात में ठगी के गिरोह हनीट्रैप,ओलेक्स, हैंकिग, सेक्स स्कैंडल,शादी, इलाज,सोने की ईंट,गड़े धन, नकलीनोट, पेपर लीक विदेश में नौकरी,सेना में भर्ती के नाम पर ठगी, प्रोपर्टी, गौ तस्करी,मानवतस्करी, बन्द पड़े उधोगों का सामान मालिकों की शह पर उड़ाने उसे खुर्द बुर्द करने सथेंटिक दूध बनाने, अवेध हथियार, चोरी, लूट,रोड रोबरी, लवजिहाद धर्मांतरण,अवेध खनन ,जासूसी,सामरिक महत्व की सूचनाएं व दस्तावेज दुश्मन देशों तक पहुंचाने जैसे अनेकों अपराधों में लिप्त हैं।कई धनाढ्य वर्ग के नाम चीन लोगो और फिल्मी सितारों की यहाँ के ठग अच्छी बैंड बजा चुके हैं।ठगो के लिए अच्छी बात यह भी है कि लुटने पिटने वाले चुप चाप इस लिए भी बैठे रहते हैं कि कोई उनसे यह न पूँछले कि आपके पास इतना माल कहाँ से आया?इसलिए बहुत से मामले तो बदनामी के डर से ही दबे रहते हैं ऐसे में कई शातिर दिमाग पुलिस वालों की तो यहाँ मौज ही मौज है।
सूत्र बताते हैं कि ऐसे गम्भीर अपराधों की सूचना का पुलिंदा देश की गुप्तचर एजेंसियों के पास है और ये एजेंसियां हर गतिविधि पर नजरें गड़ा कर अब जल्द ही धमाका कर सकती हैं। मुख्यमन्त्री गहलोत ने आज रात ही अचानक एक उच्च स्तरीय बैठक कर सबको चोंका दिया है।धोखाधडी करने वालों की खैर नहीं? ऐसा सीएम ने ऐलान किया है।इस ऐलान के बाद हर जिले में एसपी और कलक्टर का अलर्ट मोड पर आना स्वभाविक भी है।
पता यह भी चला है कि अलवर में बंद पड़ी फेक्ट्रियों को ओने पौने दामों में खरीद कर ठग उनका करोड़ों का सामान ले जाने में सफल रहे इस काम में मदद करने वाले प्रदेश के कुछ बड़े पुलिस अफसरों पर भी गाज गिर सकती है।ऐसे पुलिस अफसरों को ढूंढ कर सूची बद्ध किया जा रहा है जिन्होंने बन्द पड़ी फेक्ट्रियों के खरीददारों की इस में हर तरह की मदद की। फेक्ट्रियों को लगाने वाले सब्सिडी और अन्य तरह की योजनाओं का लाभ लूट कर बकायादार सरकारी एजेंसियों और मजदूरों को रोता बिलखता छोड़ कर चलते बने और खरीददार्रों ने मशीनें और कबाड़ा बेचकर करोड़ों कमाए।सुना है कि देश में ऐसे कबाडे करने वाले लोगों की सूची बन गई है।एक बड़े समूह ने तो अलवर में भी बड़े प्लांट खरीद कर और देश भर में खरीदी बन्द फेक्ट्रियों को एक साथ जोड़कर उनकी कॉमर्षीयल वेल्यू के आधार पर एक नामचीन बैंक से इतना लोन ले लिया जो हम सोच भी नहीं सकते।सुना है अब बैंक वाले सीबीआई के चक्कर लगा रहे हैं। कहीं ये समूह तो किंगफिशर के माल्या की तरह देश न छोड़ दे? इसकी चिंता बैंक के मालिकों को चैन की नींद सोने नहीं देती। देश की जांच एजेंसियों सीबीआई और ईडी के पास इन दिनों बहुत काम आ लगा है। दोनों एजेंसियों ने ताबड तौड छापे मारे हैं।कांग्रेस नेता सोनिया गांधी,राहुल गांधी, प्रियंका वाडरा और उनके परिवार,कांग्रेस अध्यक्ष मल्लीकार्जुन खड़गे, की पूछताछ के बाद बिहार में नौकरी के बदले जमीन घोटाले में लालू यादव राबड़ी देवी लालू की बेटियों रोहिणी, रागिनी, चन्दा, हेमा, राजद नेता बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वीयादव विधायक अबू दोजाना दिल्ली शराब घोटाले में उपमुख्यमन्त्रि रहे मनीष सिसोदिया आप पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमन्त्री अरविंद केजरीवाल तेलंगाना मुख्यमंत्री के सीआर की बेटी बीआरएस नेता के कविता समेत इस घोटाले में शामिल और लोगों से निपटने के बाद ही इन एजेंसियों को राहत की सांस और फुर्सत मिल सकेगी?फुर्सत मिलते ही इन एजेंसियों का रुख सम्भवतः राजस्थान की तरफ होगा? साइबर क्राइम रोकने और ठग नटवरलाल जैसे अपराधियों की पकड़ धकड कब सम्भव होगी यह इन एजेंसियों के आला अधिकारियों को फुर्सत मिलने पर ही निर्भर है।
तो राम राम करने से पहले सुधि जनों अपने प्रदेश को और खास तौर पर विश्व के उधोग जगत के नक्शे पर उभर रहे अलवर जिले को ठगों से बचाने के लिए और प्रदेश को जमताडा बनने से रोकने के लिए हम सब को निरंतर जागते रहना होगा।सोए रहे तो फिर सबको यही गीत याद रहेगा
अब पछिताएं होत क्या? जब चिड़िया चुग गई खेत