SSB के जवान सुखदीप सिंह उर्फ टोनी की अज्ञात कारणों से मौत, पैतृक गांव मालपुर पहुँचा तिरंगे में लिपटा शव
रामगढ़ (अलवर,राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) एसएसबी में सेवारत सुखदीप सिंह उर्फ टोनी की दो दिवसीय ट्रेनिंग के दौरान सिलीगुड़ी के खपरा में अज्ञात कारणों से मंगलवार को मौत हो गई जिसका आज उसके पैतृक गांव मालपुर हजारों लोगों के हुजूम के साथ सुखदीप अमर रहे टोनी अमर रहे के नारों के बीच तिरंगे में लिपटा हुआ शव लाया गया।
यहां मालपुर गांव में उसके परिजनों और ग्रामीणों ने मांग की है कि जब तक राज्य सरकार मृतक सुखदीप सिंह को शहीद का दर्जा नहीं देती और मृतक सुखदीप सिंह की पत्नी को सरकारी एवं बच्चो के लिए आर्थिक सहायता नही देती तब तक हम दाह संस्कार नहीं होने देंगे।
इस बारे में मीडिया कर्मी राधेश्याम गेरा द्वारा एसडीएम कैलाश शर्मा से फोन पर बात कर इस बारे में अवगत कराया गया तो उन्होंने कहा कि मृतक जवान सुखदीप सिंह के परिजनों और ग्रामीणों की मांग को मैं राज्य सरकार को भेज दूंगा और मैं मौके पर पहुंच रहा हूं। इस बीच एसएसबी के जवान मृतक सुखदीप सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर देने के लिए हजारों लोगों के साथ मौके पर इंतजार करते रहे।
लगभग 8 वर्ष पूर्व सुखदीप सिंह उर्फ टोनी पुत्र सुरजीत सिंह निवासी मालपुर एसएसबी में नौकरी लगी थी और नौकरी लगने के लगभग 1 वर्ष बाद शादी हो गई थी। सुखदीप सिंह के दो बच्चे एक लड़की उम्र 3 वर्ष और एक लड़का उम्र 2 वर्ष है। मृतक सुखदीप सिंह 1 माह पूर्व होली के अवसर पर अपने गांव आया था और सोमवार को भी उसकी वीडियो कॉल से अपने परिजनों से बात हुई थी।
जैसे ही मालपुर और आसपास में खबर फैली कि एसएसबी में सेवारत जवान सुखदीप सिंह की ड्यूटी के दौरान मौत हो गई है पूरे गांव में मातम छा गया आज उसके शव आने की सूचना पर राजस्थान सीमा नोगामा बॉर्डर पर हजारों की संख्या में लोग मोटरसाइकिल से और चौपैया वाहनों पर तिरंगा लगाए अगवानी करने के लिए पहुंचे और नोगामा बॉर्डर से रामगढ़ अलावड़ा होते हुए मालपुर सुखदीप अमर रहे वंदे मातरम के नारों की गूंज के साथ सबको मालपुर लाए यहां एसएसबी के जवानों द्वारा लिपटे शव को सलामी दी गई। उसके बाद का संस्कार से पूर्व ही ग्रामीण एवं परिजन धरने पर बैठ गए और मांग करने लगे कि जब तक राज्य सरकार मृतक सुखदीप सिंह को शहीद का दर्जा एवं उसकी पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों के लिए आर्थिक सहायता नहीं देती तब तक हम शव का दाह संस्कार नहीं करेंगे।
करीब एक घंटे बाद एसडीएम कैलाश शर्मा मौके पर पंहुचे और मृतक सुखदीप सिंह के परिजनों एवं शुभ चिंतको से बात कर उनकी मांगो को उच्च अधिकारियों को भेजने का आश्वासन दिया।उसके बाद एस एसबी जवानों द्वारा गार्ड आफ आनर की सलामी देने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।