एकता लाईब्रेरी पिलानी में संत कबीर दास की जयंती मनाई
पिलानी(सुमेर सिंह राव)
एकता लाईब्रेरी सीरी रोड़ पिलानी में होशियार सिंह महला की अध्यक्षता में महान समाज सुधारक और कवि संत कबीर दास की जयंती धूमधाम से मनाई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धर्मपाल गाँधी व विशिष्ट अतिथि राजेंद्र मावर, एडवोकेट विजय डाबला, सतपाल भापर व रणजीत नेहरा आदि रहे। अतिथियों ने संत कबीरदास के छायाचित्र पर पुष्पमाला पहनाकर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। एकता लाईब्रेरी के निदेशक सोनू नागर के नेतृत्व में कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का सम्मान किया गया। होशियार सिंह महला, एडवोकेट विजय डाबला, सोनू नागर, सतपाल भापर, रणजीत नेहरा आदि वक्ताओं ने संत कबीर दास के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभा को संबोधित किया। आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष धर्मपाल गाँधी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा- संत कबीर दास हिंदी साहित्य के भक्ति काल के इकलौते ऐसे कवि हैं, जो आजीवन समाज और लोगों के बीच व्याप्त आडंबरों पर कुठाराघात करते रहे। वह कर्म प्रधान समाज के पैरोकार थे और इसकी झलक उनकी रचनाओं में साफ़ झलकती है। लोक कल्याण हेतु ही मानो उनका समस्त जीवन था। संत कबीर दास को वास्तव में एक सच्चे विश्व-प्रेमी का अनुभव था। संत कबीर की सबसे बड़ी विशेषता उनकी प्रतिभा में अबाध गति और अदम्य प्रखरता थी। समाज में कबीर को जागरण युग का अग्रदूत कहा जाता है। संत कबीर दास ने अपने जीवन में सभी को भाईचारे, प्रेम और सद्भावना का संदेश दिया। उन्होंने लोगों को एकता के सूत्र का पाठ पढ़ाया। वक्ताओं ने एकता लाईब्रेरी में अध्ययन कर रहे बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने व जीवन में लक्ष्य निर्धारित करने की बात कही। कठोर परिश्रम के साथ मेहनत व ईमानदारी के बल पर आगे बढ़ते हुए राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। कार्यक्रम में मुकेश किराड़, सोनम नागर, पिंकी, सज्जन, रणजीत नेहरा, कृष्ण, लोकराम कुमावत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। एकता लाईब्रेरी के छात्र-छात्राओं ने भी कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन अनिल भूपेश ने किया। एकता लाइब्रेरी के संचालक सोनू नागर ने सभी का आभार व्यक्त किया।