ईंदपुर से अलावडा होते हुए अलवर जाने वाली रोडवेज बस बंद होने से सीनियर सिटीजन व यात्री परेशान
ईंदपुर से वाया अलावडा होते हुए अलवर चलने वाली रोडवेज बस में बेतहाशा (क्षमता से तीन गुना) सवारियों के चलते यात्रियों को पैर रखने की जगह नहीं मिलती तो दूसरी तरफ टीकरी से अलवर वाया अलावडा चलने वाली रोडवेज बस बंद कर दिये जाने से यात्री हो रहे हैं परेशान।
अलावडा (रामगढ़, अलवर, राजस्थान/ राधेश्याम गेरा) मत्स्य आगार प्रबंधक द्वारा जिला मुख्याल्य से टीकरी ग्राम पंचायत तक वाया अलावड़ा, चौमा ग्राम पंचायत मुख्यालय होते हुए चलने वाली रोडवेज बस बंद कर दिए जाने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें विशेष परेशानी ग्रामीण क्षेत्र के वृद्धजनों को होती है दिन में कोई भी निजी वाहन चालक बैठाने को तैयार नहीं होता तो दूसरी तरफ टीकरी चौमा से पैदल चलकर ईंदपुर से अलवर वाया अलवर तक चलने वाली बस में क्षमता से तीन गुना सवारीयों की भीड़ आने के कारण यात्रियों को अलावडा से भी बस में चढने की जगह नही मिलने के कारण या तो पैदल यात्रा करनी पड़ती है या फिर निजी वाहनों से दोगुना किराया देकर रामगढ़ और अलवर जाना पड़ता है।
आज मीडिया कर्मी राधेश्याम गेरा ने बस में अलावडा से अलवर तक का सफर कर देखा कि ईंदपुर से चलकर आई रोडवेज बस में अलावडा में यात्रियों के पैर रखने की जगह नही होने के चलते 15 से अधिक सवारियों ने शामगढ़ तक बस की छत पर बैठकर सफर किया। इसके अलावा भीड अधिक होने के चलते सीनियर सीटिजन को पूठी और रामगढ में भी चढने की जगह नही मिली।
एक तरफ राज्य सरकार प्रत्येक ग्राम पंचायत को जिला मुख्यालय तक वाहन सुविधा के दावे करती है वहीं दूसरी तरफ है रोजाना क्षमता से 2 गुना से अधिक सवारियां मिलने के बावजूद भी टिकरी से अलवर रोडवेज बस को बंद कर दिया गया। दैनिक यात्रियों का कहना है कि रोडवेज बस परिचालक द्वारा रामगढ़ से आगे ग्रामीण क्षेत्र की सवारियों के टिकट नहीं काटे जाने के चलते निगम को घाटा होता है जिसका खामियाजा आमजन को उठाना पड़ रहा है।