जेपी नगर खींवासर में शहीद जयपाल सिंह चलका की 17वीं पुण्यतिथि मनाई :शहीद की शहादत को किया नमन
सीकर (सुमेर सिंह राव)
जेपी नगर खींवासर में शहीद जयपाल सिंह चलका की 17वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस उपलक्ष्य पर शहीद स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में शहादत को नमन कर शहीदो को याद किया गया और नोजवानो ने उनके जीवन से प्रेरणा लेने की शपथ ली । कार्यक्रम में अतिथियों ने राष्ट्र ध्वज फहराया व शहीद की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर शहीद के पिता शिशुपाल सिंह चलका ने बताया कि 22 जुलाई 2006 के दिन जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में आपरेशन रक्षक के दौरान आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में जयपाल सिंह ने दो आतंकियों को मार गिराया। अदम्य साहस के साथ अपने घायल साथियों को बचाते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे। शिक्षाविद् दयाराम महारिया ने कहा कि जयपाल सिंह ने मातृभूमि और अपने साथियों की रक्षा करने के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनके अदम्य साहस व वीरता के लिए उन्हे मरणोपरांत सेना मेडल से नवाजा गया। 22 जुलाई 1947 को तिरंगे को राष्ट्रध्वज अंगीकार किया गया था। इसलिए जयपाल सिंह ने राष्ट्रीय ध्वज दिवस के दिन अपने प्राणों की आहुति देकर राष्ट्रध्वज का मान बढ़ाया है।
शहीद सैनिकों की शहादत से हमें देश के प्रति समर्पण की प्रेरणा मिलती है। कैप्टेन रामलाल सिंह मील ने कहा कि सैनिक के लिए देश रक्षा सर्वोपरि है। इसलिए वें अपनी प्राणों की आहुति देकर भी मातृभूमि की रक्षा करते हैं। शेखावाटी में सैनिकों के प्रति गहरा मान सम्मान है। सरकारों को शहीद परिवारों की पीड़ा को समझना चाहिए। इस दौरान शहीद जयपाल सिंह की स्मृति में स्मारक स्थल पर पौधारोपण भी किया गया। उपस्थित लोगों ने मिलकर दर्जनों पौधे लगाए।
इस अवसर पर शहीद वीरांगना भंवरी देवी, सरपंच विमला देवी, शिवपाल सिंह मील,भगवान दास महाराज, नवलनाथ महाराज, हरलाल सिंह चलका, रामस्वरूप चलका, वयोवृद्ध रंगकर्मी दामोदर शर्मा, हरिराम चौधरी, झाबर मल, विद्याधर पिलानिया, महादेवाराम मील, रिछपाल सिंह फगेड़िया, हरलाल सिंह मील, डॉ. मनोज कुमार, इंजी. महावीर नेहरा, महेंद्र फौजी, मोहन लाल मील, रणजीत गढ़वाल, रमेश सोनी, भागीरथ भाटी, ओंकारमल पुनिया, भागीरथ पिलानिया, भूपेंद्र काजला, सांवरमल काजला सहित अनेक गणमान्य लोग एवं भूतपूर्व सैनिक उपस्थित रहे।