उमेश पाल को पहली गोली मारने वाला शूटर ढेर, प्रयागराज शूटआउट के बाद दूसरा एनकाउंटर
प्रयागराज, यूपी (शशि जायसवाल)
उमेश पाल और दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या में शामिल रहे एक और शूटर को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। मारे गए शूटर का नाम विजय चौधरी उर्फ उस्मान बताया जा रहा है।
प्रयागराज में उमेश पाल और दो सुरक्षाकर्मियों के हत्याकांड में शामिल अपराधियों के खिलाफ पुलिस की कार्यवाही लगातार जारी है। उमेश को पहली गोली मारने वाले विजय उर्फ उस्मान को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। इससे पूर्व शूटर अरबाज को भी पुलिस ने नेहरू पार्क इलाके में छिपे होने की सूचना पर मुठभेड़ में ढेर कर दिया था।
प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कौंधियारा पुलिस स्टेशन एरिया में हुए एनकाउंटर में विजय उर्फ उस्मान को मार गिराया गया है। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम था। इस मुठभेड़ में नरेंद्र नामक सिपाही घायल हैं।
Umesh Pal murder case | An encounter broke out between the Police and accused Vijay alias Usman in Kaundhiyara police station area in Prayagraj. Details awaited.
Latest visuals from the spot. #UttarPradesh pic.twitter.com/OUgX2u21Ba — ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 6, 2023
सोमवार को मुठभेड़ में मारा गया विजय चौधरी उर्फ उस्मान ही वो शूटर था जिसकी पहचान में पुलिस को सबसे ज्यादा मुश्किल आई। कार से उतरते ही उमेश पाल को पहली गोली जिस शूटर ने मारी थी यह वही था। उसने उमेश पाल और गनर पर गोलियों की बौछार कर दी थी। इसकी फुटेज सीसीटीवी में कैद थी लेकिन 10 दिन बाद भी पुलिस नाम उजागर नहीं कर पाई थी। बताया जा रहा है कि सोमवार की सुबह प्रयागराज के कौंधियारा थाना क्षेत्र में पुलिस और क्राइम ब्रांच से उसकी मुठभेड़ हो गई। इसमें पुलिस पर फायरिंग करने वाले बाइक सवार शूटर को पुलिस की गोली लगी। पुलिस उसे लेकर अस्पताल गई जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके पास से असलहा बरामद हुआ है।
पहले एनकाउंटर में मारा गया था अरबाज
प्रयागराज शूटआउट के तीन दिन बाद 27 फरवरी को पुलिस और बदमाशों के बीच पहला एनकाउंटर हुआ था। इसमें एक बदमाश अरबाज के साथ पुलिस का एनकाउंटर हुआ था। दोपहर में अरबाज के साथ पुलिस की मुठभेड़ धूमनगंज इलाके में हुई थी। बताया जाता है कि वारदात के बाद से वह नेहरू पार्क इलाके में छिपा हुआ था। उसे गंभीर हालत में एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। एनकाउंटर में धूमनगंज के थाना प्रभारी को भी हाथ में गोली लगी थी। बताया जा रहा है अरबाज अतीक का करीबी था। उसका पिता अतीक अहमद की गाड़ी चलाता था।