खबर खास: बिजोरिया परिवार गरीब बेटियों के विवाह में कन्यादान के लिए सात समुंदर पार से आई सहायता राशि
पहले इकलौते भाई का साया उठा फिर पिता चल बसे दो बार पैसों के अभाव में टूटी शादी
मजबूर मां को बेटियों के हाथ पीले करने की सता रही थी चिंता अब ठाट बाट से होगी बेटियों की शादी: राजस्थानी दोहाकतर ग्रुप बना बेसहारा परिवार का सहारा
मां ने कहा मेरा सपना हुआ साकार मेरे घर को आबाद करने वालो तुम्हारा सुखी रहे संसार और भावुक हो उठी मां
उदयपुरवाटी (झुञ्झुनु, राजस्थान/ सुमेरसिंह राव) कहते हैं कि जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है। ऐसी ही एक दास्ता बयां करती है उदयपुरवाटी के किरोड़ी रोड़ स्थित अनुसूचित जाति के बिजोरिया परिवार की। स्वर्गीय पटवारी लाल बिजोरिया की दो लड़कियों की शादी आज 11 दिसम्बर की है। बेटियों के पिता पटवारी लाल की 6 माह पूर्व असाध्य रोग से अक्समात निधन हो गया। यही नहीं घर में इकलौते जवान भाई की भी डेढ़ वर्ष पहले सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। जिसके बाद इस परिवार पर दुखों का पहाड़ इस कदर टूट पड़ा कि खाने तक के लाले पड़ गए। एकमात्र छप्पर में जीवन बिताने वाला यह परिवार दो वक्त की रोटी के लिए भी मोहताज हो गया। इस शादी से पहले दो बार इन बेटियों की शादी की बात तो हुई लेकिन पैसे के अभाव में शादी टूट गई। और मजबूर मां को उम्मीद नहीं थी कि मेरी बेटियों की शादी हो पाएगी। कहने को कुछ भी कहे कलयुग में इतिहास गवाह है कि भगवान खुद नहीं आते वह किसी न किसी रूप मे फरिश्ता बनकर आते है। इस बेसहारा परिवार की मार्मिक कहानी की भनक मीडिया के माध्यम से कुछ लोगों को लगी तो इस लोग इस परिवार की सुध लेने के लिए कुछ सेवाभावी लोग आगे आए। बेसहारा लड़कियो के लिए सामाजिक सरोकार की भूमिका निभाने के लिए ज़ी एक्सप्रेस न्यूज ने इसकी सहायता के लिए आखिर विधवा मां कैसे करें अपनी बेटियों की शादी: घर में नहीं है फूटी कौडी, पति व बेटे की हो चुकी हैं मौत नामक शीर्षक से खबर प्रमुखता से प्रकाशित की, लोगों ने इस दास्तां को सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसके बाद सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर की जानकारी दोहाकतर में चल रहे दोहाकतर राजस्थानी ग्रुप को लगी तो इस बेबस परिवार की बात उस ग्रुप के लोगों के दिल में घर कर गई। और उसी समय उन्होंने ठान लिया कि कुछ भी हो इन बिन बाप और बिन भाई की बहनों को अब बाप और भाई का पूरा प्यार हम देंगे। और ऐसा ही हुआ शनिवार को दोहा कतर राजस्थानी ग्रुप के कुछ लोग बेटियों के घर आए।
उन्होने बेसहारा परिवार की बेटियों की शादी के लिए 1 लाख 11 हजार रुपए की नगद राशि सहित एक फ्रिज प्रदान किया। जिसमें दोहा कतर में नौकरी करने वाले हिंदू मुस्लिम भाइयों का सराहनीय सहयोग रहा है। इसके अलावा 1100 रुपए की सहायता राशि सहायक लेखाधिकारी विजयपाल गोठवाल एवं बाबूलाल लूनियां साई होंडा एजेंसी चोफूल्या द्वारा प्रदान की गई। मौके पर मौजूद समाजसेवी सुरेश मीणा ने इन बहनों के विवाह के लिए सात समुंदर पार से सहायता राशि भेजने वाले राजस्थानी दोहा कतर ग्रुप व उदयपुरवाटी के बेसहारा ग्रुप सहित इस शादी में मदद करने वाले समस्त लोगों का आभार जताया। उन्होंने कहा कि हमें ऐसे कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए और पीड़ित मानवता की हर संभव मदद करनी चाहिए। इस दौरान दोहाकतर राजस्थानी ग्रुप के सदस्य राकेश कुमावत सीकर सहित आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा, राजेश सैनी चंंवरा शीशराम गुर्जर मंडावरा, किशोर कुमार सैनी, सहायक लेखा अधिकारी विजयपाल गोठवाल ककराना, अखिल भारतीय अंबेडकर महासभा के झुंझुनू जिला महासचिव जगदीश प्रसाद महरानियां सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।