मणकसास में पैंथरो का दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है आतंक:घरों में घुसकर बकरियों को बना रहे हैं शिकार
उदयपुरवाटी / बाघोली (सुमेर सिंह राव)
मणकसास में इन दोनों वन विभाग द्वारा छोड़े गए मनसा माता की पहाड़ियों में पैंथरो का घनी आबादी के गांव ढाणियों में रात्रि को आने पर ग्रामीणों में भय का माहौल बना हुआ है। मणकसास पहाड़ी क्षेत्र में घनी आबादी होनी से आए दिन पैंथर घरों में घुसकर बकरियों को शिकार बना रहे हैं। वन विभाग के अधिकारियों को हर दिन की सूचना देने के बाद भी जंगल के बहार आबादी में घूम रहे पैंथरो को पकड़ कर दूसरी जगह नहीं ले जा रहे है। ग्रामीण रोशन लाल वर्मा ने बताया कि बुधवार रात्रि को मणकसास की अरावली पहाड़ी के नीचे बनड़ी की ढाणी में बजरंग सिंह के घर में पैंथर घुस गया। मकानों के पीछे बकरियों के लिए ऊंचाई का बाड़ा बनाकर छह बकरियों को बाध रखा था। बजरंग सिंह ने रात्रि को 12 बजे बकरियों को संभाला तो बंधी हुई थी। उसके बाद सुबह उठकर बकरियों को देखा तो एक बकरी मरी पड़ी थी। दूसरी बकरी मौके पर नहीं मिली। चार बकरियां मिली। दो बकरियों का पैंथर ने शिकार कर दिया। इसकी सूचना ग्रामीणों को दी। मौके पर महावीर सिंह ,राम सिंह आदि पहुंचे और पैंथर के खोज देखें तो कई जगह खोज नजर आए। पैंथर एक बकरी को उठाकर जंगल में ले गया। जिसका अभी तक पता नहीं चला। ग्रामीणों का कहना है कि आए दिन पैंथरों के आतक से तंग आ गए हैं। वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी भी इसको पकड़कर दूसरी जगह ले जाने के लिए भी तैयार नहीं हो रहे है। यह पैंथर आज तो घरों में घुसकर बकरियों को शिकार बना रहे हैं। पैंथर का कोई भरोसा नहीं है लोगों पर भी हमला कर सकते हैं। आक्रोशित लोगों ने यह भी कहना है कि वन विभाग के पास पैंथरों के खाने व पानी की व्यवस्था नहीं थी तो इसको मनसा माता की पहाड़ियों में लाकर नहीं छोड़ना चाहिए। इधर अधिकारियों से बातचीत के दौरान फोन उठाकर जवाब भी नहीं देते हैं। पहाड़ी क्षेत्र के नीचे बसे लोग बकरियां चराकर अपना गुजारा कर रहे थे। वह भी लोगों का बंद होने लगा है। फिर ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों को घनी आबादी व पहाड़ी क्षेत्र की ढाणियों में घूम रहे पैंथरो को पकड़ कर दूसरी जगह शिफ्ट करवाने की मांग की है।