अपने पिता को मिली जमीन को लेकर अभी भी भटक रहा आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे स्वतंत्रता सेनानी का परिवार
नारायण सिंह पुत्र श्री चेत सिंह रैंक नंबर 166900 आजाद हिंद फौज के सिपाही थे जिन्हें सरकार ने 24 साथियों के साथ जमीन अलॉट की थी
श्रीगंगानगर (राजस्थान) श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर ( संजय बिश्नोई) आजाद हिंद फौज के सिपाही रहे नारायण सिंह पुत्र श्री चेत सिंह रैंक 166900 जोकि आजाद हिंद फौज के उन सिपाहियों में से एक थे जिन्हें गोली लगी थी और गोली लगने के बाद घायल हुए थे तब सभी साथियों को भारत सरकार ने जमीन अलॉट की थी उस वक्त 24 फौजियों को एक साथ जमीन मिली थी परंतु नारायण सिंह की फाइल और डॉक्यूमेंट रायसिंहनगर मिनी सचिवालय में तो मौजूद है परंतु मूल फाइल जोकि सूरतगढ़ में बताई जा रही है जिस को ढूंढने के लिए आज तक परिवार दर-दर की ठोकरें खाता फिर रहा है कलेक्टर द्वारा आदेश जारी करने के बावजूद भी प्रशासन की तरफ से अभी तक इस स्वतंत्रता सेनानी परिवार को न्याय नहीं मिल रहा और न्याय के लिए भटक रहा है और अपना पेट पाल करने के लिए गुरुद्वारों में पाठी का काम कर रहा है और अपनी सरकार पर अभी भी भरोसा जता रहा है कि हमारे पिताजी आजादी की लड़ाई में अंग्रेजों से लड़ते हुए स्वतंत्रता सेनानी बने थे परंतु ना उन्हें स्वतंत्रता सेनानी का दर्जा मिला और ना ही जमीन और आज भी हम प्रशासन के ऑफिस के चक्कर लगाते फिर रहे हैं नन्द सिंह 17 जीबी,हाल,बरूवाला निवासी ने बताया कि हमारे पिताजी के साथ 24 साथियों को जमीन मिली जिनमें हमने कई दफा कलेक्टर द्वारा आदेश करने के बावजूद भी सूरतगढ़ में हमें कोई न्याय नहीं मिल रहा है और हमारी मूल फाइल है वह भी गायब बताई जा रही है क्या हमें आजादी की लड़ाई का यही सिला मिला है