विधानसभा क्षेत्र में जल जीवन मिशन सहित अन्य योजनाओं में करोड़ों रुपया का घोटाले का पूर्व प्रधान ने लगाया आरोप
महुआ (दौसा, राजस्थान/ अवधेश अवस्थी) भाजपा नेता पूर्व प्रधान राजेंद्र मीणा ने शुक्रवार को भाजपा कार्यालय में प्रेस वार्ता कर महुआ विधानसभा क्षेत्र में केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना सहित मुख्यमंत्री बजट घोषणा सहित अन्य योजनाओं में जलदाय विभाग के कार्यों मैं करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
स्थानीय भाजपा नेता पूर्व प्रधान राजेंद्र मीणा ने शुक्रवार को महुआ भाजपा कार्यालय पर प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना व मुख्यमंत्री बजट घोषणा में महुआ विधानसभा क्षेत्र में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश हुड़ला के दबाव के चलते जल जीवन मिशन व पेयजल योजनाओं में जलदाय विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदारों से सांठगांठ कर ट्यूबवेल उनके चहेतों लोगो के खेतों घरों में खुदवा दिए। उन्होंने बताया कि महुआ विधानसभा क्षेत्र में 348 ट्यूबवेल करने थे लेकिन 291 ट्यूबेल ही खुद पाए उनमें भी 73 ट्यूबेल ड्राई दिखा दिए जबकि अधिकतर ट्यूबवेलो का पैसा ठेकेदारों से मिलीभगत कर अधिकारियों ने उठा लिया। उन्होंने बताया कि सीएम बजट घोषणा में स्वीकृत हुए उकरुंद गांव में ट्यूबवेल होना था जिसे अपने चेहते निजी व्यक्ति के यहां उसकी निजी भूमि में रसीदपुर में खुदवा दिया। मजेदार बात तो यह है कि उस ट्यूबवेल का 9 माह से बिजली विभाग ने कोई भी बिल जारी नहीं किया। उन्होंने बताया कि 18 लाख रुपए की लागत का बलाई मोहल्ला मंडावर में निर्धारित स्थान से हटकर 2 किलोमीटर दूर निजी व्यक्ति के खेत में ट्यूबवेल काटा गया। बावन बीघा केसरी में ट्यूबवेल के लिए 15 लाख स्वीकृत हुए थे ट्यूबवेल कटा नहीं वहां से भी ठेकेदारों ने 3 लाख का भुगतान उठा लिया। माली वास बेरखेड़ा में लगभग 16 लाख रुपए की स्वीकृति से काटा गया ट्यूबवेल ड्राइ बता दिया जहां से 12 लाख 31हजार ठेकेदार ने अधिकारियों से मिलीभगत कर उठा लिए। उन्होंने बताया कि 14 स्थानों पर क्षेत्रीय विधायक ओम प्रकाश ने अपने चहेते व्यक्तिगत लोगों के घर और खेत में ट्यूबवेल खुदवाए गए और उनका भुगतान सरकारी विभाग से उठाया गया। कई जगह जेजेएम योजना के बोर पहले से ही संचालित हैं। जिनसे लोग अपनी प्यास बुझा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकारियों व ठेकेदारों ने मिलीभगत कर ड्राई बोर के पाइपों को निकालकर अपने रिश्तेदार और नातेदारो को बेच दिया जो सीधे तौर पर अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत थी। उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत पाइप लाइनों को ठेकेदारों ने 2. 90 फिट की गहराई नहीं कर 1.5 या 2 फीट की खुदाई कर संबंधित गांव के लिए पाइप लाइन डाली जो भी मुख्य पॉइंट पर अच्छी क्वालिटी की लगाकर बीच में घटिया क्वालिटी की पाइप लाइन डाल दी गई। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने खोदी गई सड़कों के लिए 13:30 करोड़ रुपए स्वीकृत किए थे, जल जीवन मिशन में 3 किमी 20 लाख का कार्य किया जाना था लेकिन ठेकेदारों ने किसी भी गांव में पाइप लाइन बिछाने के लिए तोड़ी गई सड़कों को फिर से नहीं बनाया और भुगतान उठा लिया। उन्होंने बताया कि कई गांव में पानी की टंकियों का निर्माण करवाया गया जो सरकारी मापदंडों अनुसार गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं होने के टंकिया रिसने लग गई जाहिर सी बात है कि उनका घटिया स्तर पर निर्माण किया गया। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की जल जीवन मिशन योजना के तहत घर घर नल योजना को महुआ विधानसभा क्षेत्र में क्षेत्रीय विधायक की सह पर अधिकारी कर्मचारी ठेकेदारों ने मिलीभगत कर महज दिखावा बना कर रख दिया। इस योजना में अधिकारी, ठेकेदार पूरी तरह भ्रष्टाचार में शामिल है।
उन्होंने बताया कि अनेक जगह 400 से 500 फीट ट्यूबवेल की गहराई की है जबकि निर्धारित मापदंड के अनुसार 700 फीट की गहराई की जानी थी, ठेकेदारों ने प्रति ट्यूबवेल 700 फीट की गहराई दिखा कर भुगतान उठाया लिया। जिसकी जांच बेहद जरूरी है। उन्होंने बताया कि पीपलखेड़ा, हड़िया, रसीदपुर पातरखेड़ा सहित क्षेत्र में बनी घटिया टंकियों का निर्माण किया गया साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि स्वीकृत होने के बाद भी 2 दर्जन से अधिक गांवों में जल जीवन मिशन के कार्य शुरू तक नहीं किए गए हैं। वहां के लोग अभी भी बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं। उन्होंने बताया कि श्याम कंट्रक्शन कंपनी, गणपति कंट्रक्शन कंपनी, अमित कंस्ट्रक्शन कंपनी जैसे ठेकेदारों के नाम से किए गए कार्य स्थानीय जनप्रतिनिधि के चहेते लोगों के माध्यम से करा कर इन कार्यों में भी गड़बड़झाले में अधिकारी कर्मचारी ठेकेदार शामिल बताएं। उन्होंने आरोप लगाया कि महुआ विधानसभा क्षेत्र में लगभग 60 ट्यूबवेलो का फर्जी भुगतान ठेकेदारों ने उठाया है। उन्होंने बताया कि सीएम बजट घोषणा में 40 हेडपंप स्वीकृत हुए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें विधायक ने अपने चाहतों के घर लगवा दिया ऐसे में लोग बूंद बूंद पानी के लिए तरस गए। उन्होंने कृष्णानगर हड़िया में भी विधायक द्वारा अपने चहेतों को लाभान्वित करने के लिए व्यक्तिगत जमीन पर ट्यूबवेल स्वीकृत किए जाने का हवाला दिया। उन्होंने एक दर्जन ऐसे लोगों के भी नाम गिनाए जिनके घर और खेतों में ट्यूबवेल खुदवाए गए। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से पत्र भेजकर मांग करते हैं कि इस जल जीवन मिशन योजना सहित जलदाय विभाग द्वारा किए गए कार्यों की जांच करवा कर दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।