इंसानियत ग्रुप सहायतार्थ आयोजित संगीतमय श्री राम कथा का श्रीरामजी के राज्याभिषेक के साथ भव्य समापन
नीमकाथाना के गोडावास (जाखड़ कॉलोनी) में श्री राम कथा का श्री राम जी के राज तिलिक व हवन के साथ समापन: जब श्री राम जी का राज तिलक हो रहा था उसी समय विधानसभा में मुख्यमंत्री द्वारा नीमकाथाना को जिला बनाने की घोषणा की जारही थी भक्तों में भारी उत्साह जय श्री राम के जयघोष से गुंजा पंडाल
नीमकाथाना (सुमेर सिंह राव)
जाखड़ कॉलोनी गोडावास (नीमकाथाना) में इंसानियत ग्रुप सहायतार्थ सात दिवसीय संगीतमय श्री राम कथा का आयोजन 11 मार्च से कलश यात्रा से सुर हुआ और 17 मार्च को श्री राम जी के राज्याभिषेक व हवन से सम्पन हुई । जब कथा में श्री राम जी का राज तिलक हो रहा था उसी समय विधानसभा में मुख्यमंत्री द्वारा नीमकाथाना को जिला बनाने की घोषणा की जा रही थी। हवन सुरु होते होते सभी भक्तों को ये खुश खबरी मिल चुकी थी जिस से भगतो की खुशी का कोई ठिकाना नही रहा ।
व्यासपीठ से शेखावाटी के मशहूर कथावाचक श्री रणवीर भाई जी ने सात दिनों तक समा बांधे रखा । अच्छे अच्छे प्रसंग सुनाए तथा कहा कि मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम जी के जीवन से हमे प्रेरणा लेकर जीवन मे आगे बढ़ना चाहिए । भाई को भाई से प्रेम करना चाहिए, मातापिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए । ये छोटा सा जीवन मिला है इसमें लड़ाई झगड़ा नही करना चाहिए और प्यार प्रेम से रहना चाहिए। जब भगवन पर भरोसा होता है तो वो अवस्य आपके जीवन का उद्धार करेंगे। हमे सबरी और केवट के किरदार से प्रेरणा मिलती है कि जब भगवान में अटूट श्रद्धा और विस्वास हो तो भगवान झूठे बेर भी खा सकते है और पत्थर की शिला को भी जीवन्त नारी बना सकते है बस हमे भगवान में उन जैसा भरोसा होना चाहिए । हनुमान जैसी भगति होनी चाहिए जिस से आप सात समंदर लांघ सकते है और गरुड़ जैसी इच्छा शक्ति, प्राण चले जाएं लेकिन जीते जी अनीती नही देखी जा सकती।
कथा के अंतिम दिन अजनाल धाम के महंत श्री मोनी बाबा भी कथा में अपना आशीर्वाद देने पहुंचे जहाँ भगतगणो ने मोनी बाबा से आशीर्वाद लिया । इंसानियत ग्रुप के संस्थापक कैप्टन राम निवास ताखर, दलेलपुरा, डॉ जवाहर सिंह गोडावास, मदन लाल भावरिया पचलंगी, कैप्टन भँवर सिंह गिल, गुढा, सहित आयोजकों ने बाबा को माला पहनाकर, शॉल ओढ़ाकर व इंसानियत ग्रुप का स्म्रति चिन्ह प्रदान कर मोनी बाबा से आशीर्वाद लिया ।। इस अवसर पर नीमकाथाना के ब्रमकुमारी आश्रम की राजकुमारी दीदी ने भी भगतगणो को जीवन रूपी यात्रा को कैसे सम्पूर्ण करना है इस बारे में अपने वचनों से कृतार्थ किया। नीमकाथाना गायत्री शक्तिपीठ के पंडित जी व आर्य समाजी डॉ सागरमल ने पाँच जोड़ो से हवन सम्पूर्ण करवाया। पूर्णाहुति में पाँच जोड़ो के साथ कैप्टन राम निवास ताखर, कैप्टन भवँर सिंह गिल, सुरेन्द्र जाखड़ सहित उपस्थित भगतगणो ने आहुति दी और यज्ञ भगवान से सब के लिए सुख शांति व सम्रद्धि की कामना की ।
इंसानियत ग्रुप के संस्थापक कैप्टन राम निवास ताखर ने विशिष्ट अतिथियों का माल व साफा पहनाकर और स्म्रति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया । कथावाचक सहित उनकी पूरी मंडली , साउंड सिस्टम वाले, वीडियो ग्राफी वाले, टेन्ट वाले व समस्त कायकर्ताओं का माल पहनाकर व स्म्रति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।
अन्त में कैप्टन ताखर ने सभी भगतगणो का इस कथा में सहयोग व सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया और कन्या भोजन के साथ सात दिवसीय श्री रामकथा सम्पन्न हुई ।