माचाड़ी कस्बे मे स्थित रानी का कुँआ के शिव मंदिर पर शिवजी के ब्यावले का हुआ आयोजन
रैणी (अलवर, राजस्थान/ महेश चन्द मीना) अलवर जिले के रैणी उपखंड क्षेत्र के माचाड़ी कस्बे में रानी के कुंए में स्थित शिव मंदिर के पास पंचायत समिति सदस्य कमलेश मीणा के प्रतिनिधि मोहर सिंह मीणा ने रविवार की रात्रि को शिव-ब्यावले का आयोजन कराया।शिव-ब्यावले के शुभारंभ से पहले शिव मंदिर पर पुजा अर्चना कर गणेश वंदना के साथ ब्यावले में आए हुए गायक कलाकारों का साफा बांधकर स्वागत किया गया।उसके बाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।गायक कलाकारों ने अपनी मधुर वाणी से मधुर संगीत के साथ ब्यावले को शिव विवाह की कथा के रूप में विस्तार से सुनाया। ब्यावले में भजन के रूप में मंगल गीत सुना कर श्रद्धालु भक्तों को नाचने पर मजबूर कर दिया। भक्त लोग तालियां बजा बजाकर झूम उठे। कार्यक्रम समापन के दौरान पूजा आरती की गई।उसके बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस अवसर पर गायक कलाकार भगवान सहाय राजस्थानी,रामसिंह पृथ्वीपुरा,सीताराम योगी माचाडी तथाऑर्गन पर रामेंद्र यादव,ढोलक पर दयाराम अडोली, पैड़ पर सुनील खुड़ियाना, लाला नाथ,रामचरण सुनारी, जसराज मीणा, धर्मपाल बबेली, रमेश डाबला, राहुल ईशवाना, विजय बालोत, भरत लाल ,गोपाल, मानसिंह, शुभम शर्मा सहित काफी संख्या में महिला पुरुष व बच्चे उपस्थित थे।
बुजुर्ग लोगो ने भी इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि इस स्थान पर पहली बार ऐसा कार्यक्रम हुआ है। इससे पहले यहां पर कोई कार्यक्रम देखने को नहीं मिला।तब पंचायत समिति सदस्य कमलेश मीणा के प्रतिनिधि मोहर सिंह मीणा ने मीडिया कर्मियों को बताया कि इस प्राचीन धरोहर रानी के कुए की मरम्मत के लिए मैंने मुख्यमंत्री व पुरातत्व विभाग आदि को लेटर प्रेषित कर इसके जीर्णोद्धार करवाए जाने की मांग की है क्योंकि ऐसी प्राचीन धरोहर राजस्थान तो क्या पूरे भारत में कही भी देखने को भी नहीं मिलेगी।यह एक पर्यटक स्थल है।इसे दूर दूर से लोग देखने के लिए आते रहते हैं लेकिन प्रशासन की अनदेखी के कारण यह जीर्ण शीर्ण होता जा रहा है।इस रानी के कुंए की मुख्य विशेषता यह है की इस कुंए में दोनों और मकान की तरह घूमती हुई पैंदे तक सीडी बनी हुई है तथा कुंए के अंदर 12 दरवाजे बने हुए हैं। जिनमें खड़ी होकर दासिया पहरा देती थी। तथा कुए के अंदर एक छतरी बनी हुई है और कुए के अंदर दो कमरे बने हुए हैं। उनमें से एक कमरे में शिवालय का मंदिर है तथा दूसरे कमरे में हनुमान जी का मंदिर है। इसी कुएं में एक सुरंग महल से आ रही है। जिसमें से रानी इस कुएं में स्नान करने आती थी और पूजा अर्चना करके वापस अपने महल में चली जाती थी। जिसके कारण यह एक दर्शनीय स्थल बना हुआ है लेकिन राजनीति के अभाव तथा प्रशासन की अनदेखी के कारण यह प्राचीन धरोहर आज जीर्ण शीर्ण हालत में पड़ी हुई है। प्रशासन व पुरातत्व विभाग को ऐसी ऐतिहासिक धरोहर पर मुख्य रूप से ध्यान रखना चाहिए। इस दौरान मौजूद सभी लोगों ने मिडिया के माध्यम से क्षेत्रीय विधायक जौहरी लाल मीणा से व पुरातत्व विभाग के आला अधिकारियो से इसकी मरम्मत कराए जाने की तथा इसके रख रखाव की जिम्मेदारी प्रशासन के द्वारा लेने मांग की है।