पुलिस भी टटलूबाज...... बैंक से 1.90 लाख रुपए निकाल रहे युवक को ठग बता थाने लाई पहाड़ी पुलिस: देर रात विरोध पर 1.20 लाख रुपए के साथ छोड़ा
पीडि़त ने पहले शेष रकम 70 हजार रुपए वापस दिलाने को लेकर शिकायत दी, बाद में राजनीतिक दबाव में बोला मामला निपट गया: पुलिसकर्मियों को बचाने में लगे रहे राजनेता
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान/ भगवानदास) ठगों पर कार्रवाई की आड़ में पुलिस भी टटलूबाजी करती है, ऐसी चर्चाएं तो अक्सर सामने आती रहती है। लेकिन अब एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ताजा मामला पहाड़ी थाने का है। थाने के पुलिसकर्मी बैंक से 1.90 लाख रुपए निकालकर ला रहे युवक को ठग बता थाने ले आए। उसकी रकम जब्त कर थाने में बैठाए रखा। मामले में कुछ राजनीतिक रसूखदारों की दखल पर पुलिस ने 1.20 लाख रुपए के साथ युवक को रात 12 बजे छोड़ दिया और चर्चा है कि शेष बची रकम 70 हजार रुपए का पुलिस और रसूखदारों के बीच बंटवारा हो गया। 70 हजार रुपए वापस दिलाए जाने को लेकर पीडि़त पक्ष की ओर से पुलिस को लिखित में शिकायत भी दी गई। मामले की कांग्रेस और भाजपा दोनों के नेताओं को भनक थी लेकिन सब लीपापोती में लगे रहे। दबाव के चलते अब पीडि़त पक्ष भी मामला निपट जाने की बात कह रहा है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने मेवात के थानों में राजनेताओं के संरक्षण में पनप रहे दलाली के खेल को उजागर कर दिया है।
जानकारी के अनुसार पथराली गांव के एक युवक ई-मित्र चलाता है। साहिल नाम के युवक ने 22 अगस्त को पहाड़ी की बड़ौदा बैंक और पीएनबी एटीएम से 1 लाख 90 हजार रुपए निकाले थे। इसी बीच पहाड़ी पुलिस के कुछ पुलिसकर्मी उसे ठग बताकर थाने ले आए। सूचना पर एक राजनेता के करीबी थाने पहुंचे। पुलिस ने उनसे सांठगांठ कर पीडित को 1 लाख 20 हजार रूपये देकर थाने से भेज दिया और साथ ही किसी को इस बारे में नहीं बताने की हिदायत भी दी। चर्चा है कि शेष बचे 70 हजार रुपयों का पुलिस और राजनेता के करीबियों के बीच बंटवारा हो गया।
70 हजार लौटाने को लेकर सडक़ पर आया थाने का खेल-
पुलिस पूरे मामले को जहां थाने के अंदर निपटाने में लगी हुई थी वही पीडि़त पक्ष के परिजन अपने 70 हजार रुपए पुलिस से वापस लेने को लेकर खुले में आ गए। उन्होंने इसको लेकर थाना प्रभारी के नाम लिखित में शिकायत दी और अपने शेष रूपए लौटाए जाने की मांग की। वहीं इसी बीच पहाड़ी में चल रही भाजपा की बैठक में भी पीडि़त पहुंच गया। जहां उसने पूरे मामले से भाजपा नेताओं को अवगत कराया गया।लेकिन भाजपाइयों ने भी मामले से मुख्यमंत्री एव मंत्री को अवगत कराने के साथ उच्चधिकारीयो की संज्ञान मे डालने की बात कह कर संतुष्ठ किया गया। बाद में पूरे मामले में राजनीतिक दबाव के चलते पीडि़त भी ज्यादा कुछ बोलने से कतरा ने लगा। जो पहले 70 हजार की मांग को लेकर खुलकर बोल रहा था वही बाद में फिर मामला सुलट जाने की बात कहकर कन्नी काटने लगा है।इस मामले की जॉचे कामां सीओ प्रदीप कुमार यादव कर रहे है।
शिवलहरी मीणा (थाना प्रभारी पहाड़ी) का कहना है कि- ऐसा मामला संज्ञान मे आया है परिवादी ने परिवाद दिया है उसकी सीओं सहाव जॉच कर रहे है।-