गोविंदगढ़ पीजी कॉलेज में वर्षों से रिक्त पड़े शिक्षको के पद: स्थाई स्टाफ की मांग को लेकर मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष को सौंपा ज्ञापन
गोविन्दगढ़ (अलवर, राजस्थान) गोविंदगढ़ के राजकीय पीजी कला महाविद्यालय में पिछले 5 वर्षों से शिक्षको के पद रिक्त होने के कारण विद्यार्थियों की पढ़ाई केवल 2 व्याख्याताओं के भरोसे चल रही है इतना ही नहीं पूरे महाविद्यालय की जिम्मेदारी इन व्याख्याताओं पर ही टिकी हुई है
हम आपको बता दें कि महाविद्यालय में लगभग 35 सदस्यों के पद स्वीकृत हैं लेकिन वर्तमान में इनमें से शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक केवल पांच ही मौजूद है। इसमें से भी एक कनिष्ठ सहायक श्रीकांत पाठक को डेपुटेशन पर देखते महाविद्यालय में कार्य ग्रहण करने के आदेश जारी कर दिए हैं
विदित रहे कि महाविद्यालय में लगभग 1500 से अधिक विद्यार्थी अध्यनरत हैं लेकिन विषय वार शैक्षणिक स्टाफ की कमी विद्यार्थियों को लगातार चल रही है लगातार चलती आ रही शैक्षणिक स्टाफ की कमी को लेकर छात्र संघ उपाध्यक्ष चेतराम सैनी के नेतृत्व में महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान को ज्ञापन सौंपते हुए महाविद्यालय के लिए स्थाई स्टाफ की मांग एवं स्टॉप जिसे डेपुटेशन पर दूसरे महाविद्यालयों में भेजा गया है उनके डेपुटेशन रद्द कराने की मांग की
छात्र संघ उपाध्यक्ष चेतराम सैनी ने बताया कि राजनीतिक पहुंच के चलते अधिकतर स्टाफ ने अपने घर के पास डेपुटेशन ले लिया और कुछ पद अभी भी रिक्त चलते आ रहे हैं सभी विषयों के व्याख्याता महाविद्यालय में नहीं होने के कारण बच्चों की पढ़ाई वर्षों से बाधित होती आ रही है जिसके चलते महाविद्यालय के काफी छात्र-छात्रा पढ़ाई छोड़ने को भी मजबूर हो जाते हैं
सैनी ने बताया कि गोविंदगढ़ महाविद्यालय में लड़कों से ज्यादा लड़कियों की संख्या है जो ग्रामीण क्षेत्र से पढ़ने के लिए महाविद्यालय में आते हैं लेकिन स्थाई शैक्षणिक स्टाफ की कमी के चलते छात्राएं जिला स्तर पर एवं अन्य महाविद्यालयों में नहीं जा पाती हैं और गोविंदगढ़ महाविद्यालय में शैक्षणिक स्टाफ की कमी के चलते हर बार महाविद्यालय का परिणाम खराब रहता है।
साथ ही उन्होंने बताया कि गोविंदगढ़ स्नातकोत्तर कला महाविद्यालय रामगढ़ विधानसभा का सबसे पुराना विद्यालय है जिसमें शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक स्टाफ की कमी हमेशा से चलती आ रही है जिसे लेकर पूर्व में भी छात्र संघ कार्यकारिणी द्वारा धरना प्रदर्शन कर स्थाई स्टाफ की मांग की थी लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला।।
पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष रविकांत शर्मा ने बताया कि महाविद्यालय के छात्र छात्राओं को वर्षों से शैक्षणिक स्टाफ की कमी रहने के कारण परिणाम खराब रहता है जिसके कारण आधे से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं क्योंकि अधिकतर विद्यार्थी ग्रामीण क्षेत्र से हैं और परिजन उनको अन्यत्र शैक्षणिक संस्थाओं मैं भेज कर खर्चा वहन करने में असमर्थ रहते हैं, शैक्षणिक स्टाफ की कमी के चलते आज मेवात विकास बोर्ड के अध्यक्ष जुबेर खान को ज्ञापन सौंपकर स्थाई स्टाफ की नियुक्ति एवं डेपुटेशन रद्द कराने की मांग की है जिस पर मंत्री ने व्याख्याताओं की डेपुटेशन कैंसिल करवाने की बात कही है
इस दौरान छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित गुर्जर, महासचिव गुरप्रीत सिंह, पूर्व छात्र संघ उपाध्यक्ष रविकांत शर्मा, गोविंदा सैनी, निर्मल सैनी, राजेश कुमार, सुनील मिश्रा, देव मीणा, बंता शर्मा, अजय मेठी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे,