गरीब लोगों से किया चैयरमेन का वादा धरातल पर हुआ धराशाही: गरीबों का अतिक्रमण रात के अंधेरे में भी देता दिखाई और अमीरों के अतिक्रमण पर दिन के उजाले में भी नहीं कोई कार्यवाही
कार्यालय में बैठे अधिकारी किसके इशारे पर कर रहे हैं काम
खैरथल (अलवर, राजस्थान/ हीरालाल भूरानी) खैरथल कस्बे में महाविद्यालय की वर्षों पुरानी स्थानीय जनता की मांग को क्षेत्रीय विधायक दीपचन्द खैरिया ने पूरा करते हुए खैरथल कस्बे में महाविद्यालय खोलकर खैरथल की जनता को बहुत बड़ी सौगात दी है अच्छी बात है। महाविद्यालय भवन के लिए खैरथल कस्बे में स्थित भूढ़ावाली में नगर पालिका प्रशासन द्वारा करीब 8 बीघा जमीन आवंटन की गई है जिसे खाली कराने के लिए वर्षों से रह रहे बंजारा समाज के लोगों के आशियाने पर बुलडोजर चलाया जा रहा है जिससे कई परिवार बेघर हो गए हैं यह उनके लिए चिंता की बात है।
गौरतलब है कि नगर पालिका प्रशासन द्वारा महाविद्यालय के लिए जो भूमि आवंटन की गई है उस भूमि पर वर्षों से गरीब तबके के लोग झुग्गी झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं साथ ही नगर पालिका प्रशासन द्वारा यहां रहने वाले बंजारा समाज के परिवारों का राशन कार्ड, आधार कार्ड, वोटर आईडी बनाने व नल कनेक्शन, बिजली कनेक्शन आदि सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। इस वार्ड से जो भी प्रत्याशी चुनाव लड़ता है वह बंजारा समाज के वोटों के बल पर ही चुनाव जीतकर पार्षद बना है और नगर पालिका अध्यक्ष चुनने में भी अहम भूमिका निभाई है...अब सबसे बड़ा सवाल यह है यहां से जो भी पार्षद चुनाव लड़ कर जीता है उसने इन गरीब लोगों को सर छुपाने के लिए हर बार आशियाना बनवाने का वादा जरूर किया है लेकिन चुनाव जीत जाने के बाद किसी ने इनकी ओर झांक कर नहीं देखा..?? नगर पालिका प्रशासन ने जब भी अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया हैं इन गरीब लोगों के आशियाने पर ही बुलडोजर चलाया है जबकि रसूखदार लोगों ने नगर पालिका के स्वामित्व की बेशकीमती जमीन पर बड़ी-बड़ी इमारतें बनाकर कब्जा किया हुआ है लेकिन नगर पालिका प्रशासन मजाल जो इन रसूखदार अतिक्रमणकारियों की इमारतों पर बुलडोजर चला सके इनका अतिक्रमण हटाना तो दूर की बात नगर पालिका के अधिकारी इनकी और झांक कर भी नहीं देखते।
गत वर्ष नवनिर्वाचित पालिका बोर्ड की बैठक में नगर पालिका प्रशासन द्वारा प्रथम बोर्ड की बैठक में सभी पार्षदों की मौजूदगी में सर्वसम्मति से नगर पालिका की भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रस्ताव लिया था और अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया था उस दौरान भी नगर पालिका प्रशासन ने गरीब लोगों के आशियाने को ही उजाड़ कर बहुत बड़ा बहादुरी का काम किया था..?? उस समय भी रसूखदार लोगों के सामने अभियान ने दम तोड़ दिया था
अब हाल ही नगर पालिका प्रशासन द्वारा कॉलेज के लिए जिस भूमि का आवंटन किया गया है उस भूमि को खाली कराने के लिए वर्षों से रह रहे बंजारा समाज के लोगों के आशियाने पर बुलडोजर चलाकर उजाड़ा जा रहा है।
जबकि गत दिनों चलाए गए अभियान के दौरान विरोध करने पर नगर पालिका चेयरमैन हरीश रोघा व तत्कालीन अधिशासी अधिकारी शुभम गुप्ता के द्वारा गरीब लोगों को आश्वासन दिया गया था कि नियमानुसार सर्वे कराकर और रूपरेखा तैयार कर गरीब लोगों को एक साइड में भूखंड आवंटन करवाने तथा सड़क निर्माण व बिजली, पानी की सुविधा मुहैया कराई जाएगी।
बड़े - बड़े वादे करने वाले स्थानीय जनप्रतिनिधि और नगर पालिका प्रशासन अब अपना वादा भूल कर इन गरीब लोगों के आशियाने को उजाड़ रही है बुधवार को नगर पालिका प्रशासन ने बहादुरी दिखाते हुए जिन गरीब लोगों के आशियाने पर बुलडोजर चलाया है उनके बच्चे रात भर भूखे प्यासे सोते रहे उनके चूल्हे तक नहीं जले... सबसे बड़ी बात इन लोगों ने अपना वोट देकर जिसे पार्षद बनाया था उस पार्षद ने भी उनका साथ नहीं दिया और ना ही किसी संगठन ने इनकी सुध ली..?? अब सबसे बड़ा सवाल गत दिनों नगर पालिका चेयरमैन हरीश रोघा ने गरीब लोगों को जो आश्वासन दिया था क्या उस पर खरे उतरेंगे।
रसूखदार लोगों को निजी लाभ पहुंचाने के लिए नगर पालिका प्रशासन ने नाले पर बना दी सड़क...इसके अलावा रसूखदार लोगों ने नगर पालिका प्रशासन के आशीर्वाद से पालिका के स्वामित्व की बेशकीमती भूमि पर बड़ी-बड़ी इमारतें बनाकर अतिक्रमण कर रखा है क्या नगर पालिका प्रशासन में हिम्मत है जो इन पर बुलडोजर चला सके..?? या फिर गरीब लोगों के लिए ही नियम व कानून बना है।