महिला नर्स द्वारा चिकित्सा अधिकारी एवं अन्य चिकित्सकों पर आरोप के बाद सीएमएचओ द्वारा गठित टीम ने लिया मौके मायने का जायजा
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोडी का है मामला
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) जिले के भिंडर ब्लॉक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोड़ी पर महिला नर्स द्वारा अपने ही चिकित्सा अधिकारी प्रभारी एवं अन्य चिकित्सक पर बद नियति एवं अन्य आरोप को लेकर के मामला गरमाया हुआ है। महिला नर्स ने चिकित्सा प्रभारी पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था जिस पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर बामणिया ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कमेटी गठित की। मंगलवार देर शाम को जांच कमेटी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोडी का निरीक्षण कर आवश्यक बयानों के आधार पर जांच शुरू कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जांच कमेटी में प्रमुख रूप से उदयपुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय से डॉक्टर रागिनी , वल्लभनगर ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ कुलदीप लोहार, भिंडर बीपीएम निवेदिता जोशी सहित अधिकारी मौके पर पहुंचकर महिला नर्स एवं चिकित्सकों से बयान लिए। जिसकी रिपोर्ट जल्द सीएमएचओ उदयपुर को सौंपेंगे ।
आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी---
भिंडर ब्लाक के मोड़ी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला नर्स सिया दुलारी राजपूत द्वारा चिकित्सा प्रभारी कमल सिंह जाट एवं मेडिकल ऑफिसर डॉ शुभम गोयल पर लगाए गए आरोप के बाद जब मीडिया ने चिकित्सा प्रभारी कमल सिंह जाट से बात की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए । डॉक्टर कमल सिंह जाट ने बताया कि महिला नर्स सिया दुलारी राजपूत पिछले कई समय से मेरे प्रभारी होने के बाद यहां अपना दबदबा कायम रखने एवं कई अनैतिक कार्यों को छुपाने के लिए इस तरह से गलत आरोप लगाए हैं । उन्होंने बताया कि नर्स सिया दुलारी राजपूत अस्पताल में अनैतिक रूप से गर्भपात एवं बिना पूछे प्रसव कराने के साथ कई कार्यों में लिप्त है। जो कि कानूनी रूप से सही नहीं है। जिसको लेकर के मैंने बैठक बुलाकर के सभी को पाबंद किया। लेकिन अपनी मनमानी से बाज नहीं आई।
डॉक्टर जाट ने आरोप लगाते हुए बताया कि सीया दुलारी बिना स्वीकृति के लंबी छुट्टियों पर गई वहीं उक्त मामले को लेकर के मैंने भिंडर बीसीएमओ को कार्यवाही हेतु प्रार्थना पत्र भेजा तो उसको लेकर के भी मुझसे खफा थी। डॉक्टर जाट ने कहा कि अगर मेरी जगह कोई और चिकित्सक होता है तो डिप्रेशन में आकर के कोई बड़ा कदम उठा लेता लेकिन इन हरकतों की वजह से मेरी छवि धूमिल हुई है मुझे जांच कमेटी पर पूरा विश्वास है जो फैसला होगा वह स्वीकार होगा। इधर महिला नर्स सिया दुलारी चिकित्सा प्रभारी डॉ कमल जाट एवं डॉ शुभम गोयल पर बदनियति एवं मानसिक तनाव देने सहित अन्य आरोप लगाये है। वही महिला नर्स जांच कमेटी के डॉ रागिनी के रवैये से भी असंतुष्ठ है ।
खुले आसमान के निचे देख रहे हैं मरीजों को ---
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोड़ी पर हुए उक्त घटनाक्रम के बाद ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुआ है । चिकित्सकों द्वारा पिछले 3 दिनों से खुले आसमान में ओपीडी के समय में मरीजों को देखा जा रहा है। उनका यह मानना है कि अगर चिकित्सक कक्ष में बैठ कर के हम मरीजों को देखेंगे तो कहीं हम पर भी जूठे आरोप लग सकते हैं।