स्थाई शुल्क में जमकर की जा रही धांधली: इलेक्ट्रिसिटी सर्विस लिमिटेड की तानाशाही, उपभोगताओं को नियम विरुद्ध बिल भेजकर कर रहे ठगी
भरतपुर (राजस्थान/ हरीओम मीणा) भरतपुर इलेक्ट्रिसिटी सर्विस लिमिटेड द्वारा उपभोगताओं के साथ खुल्लम खुल्ला ठगी की जा रही है | प्रतिमाह भेजे जाने वाले बिलों में नियमविरुद्ध राशि जोड़कर भेजी जा रही है जिससे उपभोगता अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं | निजी बीईएसएल द्वारा पहले तो उपभोगताओं को भारी भरकम बिल भेजा जा रहा है जिसकी शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाई नहीं की जाती बल्कि उपभोगताओं को उल्टा सीधा जवाब देकर शांत कर दिया जाता है वहीँ उपभोग यूनिट के साथ भेजे जाने वाले स्थाई शुल्क में खुद के बनाये नियम के अनुसार भी शुल्क नहीं बसूलकर अधिक बिल बसूला जा रहा है | ऐसे ही कई उपभोगताओं ने शिकायतें की है |
एसटीसी हाऊसिंग बोर्ड निवासी शिवकुमार वशिष्ठ ने बताया कि उनके मकान का विधुत बिल उनकी मां सुशीला देवी के नाम से आता है | जितना बिल आता है उसे वह प्रति महीने समय पर जमा करा देते है | अबकी बार उन्होंने बीएसएसल द्वारा भेजे गए बिल को ध्यान से देखा तो पता चला कि 72 यूनिट के उपभोग पर स्थाई सेवा शुल्क के बिल में 275 रूपए जोड़कर भेजे गए है जबकि बीईएसएल द्वारा बिल के पीछे स्थाई सेवा शुल्क की जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार 51 से 150 यूनिट तक 230 रूपए शुल्क बसूलना चाहिए | इस तरह एक बिल में 45 रूपए अधिक बसूलकर उपभोक्ता के साथ खुल्लम खुल्ला ठगी की गई है | इसकी शिकायत सम्बंधित अधिकारी से की गई तो उन्होंने भी कोई संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दिया | यह तो एक उपभोगता की शिकायत है इसी तरह यदि कम्पनी द्वारा लोगों को भेजे जाने वाले बिलों में अनुचित स्थाई शुल्क भेजा जाता है तो लाखों रूपए का चुना उपभोगताओं को लगाना प्रतीत होता है | क्योंकि कम ही उपभोगता ऐसे है जो यूनिट उपभोग के आने वाले बिल को कम ही देखते है |