वृक्ष प्रकृति की अनुपम धरोवर है - स्वामी मनोहर लाल महाराज सदगुरू टेंऊराम गोशाला में किया वृक्षारोपण
खैरथल अलवर( हीरालाल भूरानी)
मंगलमूर्ति आचार्य सद्गुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज के पावन चालिया महोत्सव एवं विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में पावन तीर्थ श्री अमरापुर स्थान जयपुर द्वारा सदगुरू टेंऊराम गोशाला में वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। श्री अमरापुर दरबार जयपुर के संत श्री मोनूराम जी महाराज एवं स्वामी मनोहर लाल जी महाराज ने बताया कि वृक्ष प्रकृति की अनुपम धरोवर है इसे काटना नही चाहिए, इसे अधिक से अधिक लगाकर पर्यावरण की रक्षा करनी चाहिए। वृक्षों से हमे भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है। पर्यावरण की रक्षा करना हम सबका दायित्व है। इंसानों द्वारा जिस प्रकार वृक्षों की कटाई का काम अपने हित के लिए किया जा रहा है, सृष्टि के विनाश का सबसे बड़ा कारण यही है।
आवश्यकता अनुरूप यदि हम इनका कटान करें और एक वृक्ष के बदले तीन वृक्ष लगाने का संकल्प यदि हम ले , तो यह जितनी प्राकृतिक आपदाएं, बिना समय के बारिश, तूफान सब को टाल सकते है। संतो ने बताया कि आचार्य सद्गुरु स्वामी टेंऊराम जी महाराज भी बाल्यावस्था के अंतर्गत बरगद, कंडी, बबूल, नीम आदि विशाल वृक्ष के नीचे ध्यान चिंतन किया करते थे। श्री अमरापुर स्थान जयपुर में चारों ओर हरे-भरे छायादार वृक्ष एवं पौधे लगे हुए हैं सदगुरु टेंऊराम चालिया महोत्सव के सेवा कार्य के अंतर्गत सदगुरु टेंऊराम गौशाला मांगयावास, जयपुर में रुद्राक्ष , तुलसी सहित विभिन्न फल एवं फूलो आदि के अनेक प्रकार पेड़ पौधे व वृक्षों का रोपण का सेवा कार्य किया गया । गौशाला में पूर्व में भी काफी अधिक संख्या में फल,फूल छायादार वृक्ष लगे हुए हैं।इस कार्यक्रम में संत मोनूराम जी महाराज, संत हरीश कुमार,डॉ रेणुका वाधवा, राजीव वाधवा, पूर्व चेयरमैन मुकेश लख्यानी, दीन दयाल वाधवानी, कुमार चांदनानी, राजकुमार संगतानी, आसानंद, नरेश कुमार, आदि उपस्थित रहे।