पशुओं में फैल रही अज्ञात बीमारी से पशुपालक चिंतित
मकराना (नागौर, राजस्थान/ मोहम्मद शहजाद) गोवंश में फैल रही लम्पी स्किन डिजीज बीमारी को लेकर मकराना ग्रामीण व गौशाला के पदाधिकारी, पशुपालक, किसान चिंतित है। मकराना के युवा हिन्दू गौ रक्षा सेवा समिति के सदस्य एवं पशुपालन विभाग की ओर से गठित टीम द्वारा बुधवार को डाँ सालिगराम पूनियाँ वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी प्रभारी मकराना की सलाह से मकराना शहर व ग्रामीण इलाकों में पिड़ित गोवंश के उपचार हेतु अभियान की शुरुआत की गई। डॉक्टर पुनियाँ ने ग्रामीणों को बताया की संक्रमित पशुओ को पूरे स्वस्थ पशु से अलग रखें व आवास व पशुओं पर परजीवी नाशक दवाईयों का छिड़काव करें। इस बीमारी का प्रभाव लगभग एक सप्ताह तक रहता है। अतः लक्षण दिखने पर नियमित धूप से पशुओं का उपचार करवाएं। जिन पशुपालकों के पशु अभी स्वस्थ है उनको रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु बांटे के साथ दवा पिला भी सकते है। संक्रमण ज्यादा फैलने पर नियमित रूप से उपचार सभंव नही होने पर दर्द निवारक व एंटीवायरस रोधी दवाइयां पशु आहार के साथ दे सकते है। मकराना के युवा हिंदू गौ रक्षा सेवा समिति द्वारा पिड़ित गौवंश हेतु हेल्पलाइन नंबर 9854100108 जारी किया गया है। इसके साथ ही गोविंद की गैय्या गौशाला के द्वारा भी ग्रामीण क्षेत्रों में लम्पि स्किन पिड़ित गौवँश हेतु विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में अलग अलग वार्ड बनाए गए है। व्यवस्थापक श्याम सिंह राठौड़ गुणावती ने बताया कि समिति द्वारा नवनिर्मित पिड़ित गौ वँश सेवा केन्द्र मंगलाना रोड़ का निर्माण कार्य प्रगति है। समिति सदस्यों द्वारा ये निर्णय लिया गया कि जल्दी से जल्दी जो पीड़ित गौ वंश का वार्ड हम बना रहे जो पिड़ित गौवँश सेवा केन्द्र का सबसे बड़ा वार्ड है उस का निर्माण कार्य 4 से 5 दिनों में पूर्ण कर लंपि स्किन बीमारी से ग्रस्त गौ वंश वार्ड बना दिया जाए। फिर पशु विभाग के निर्देशानुसार उपचार कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इस इस सेवा कार्य में श्याम सिंह गुणावती, आकाश सांखला, दशरथ स्वामी, गणेश सिंह, अविनाश सिंह, अभिषेक सोलंकी, नवीन सोलंकी, सेवाराम सैनी, अजय कुमार, पशुधन सहायक मुकेश रेगर, दीपराम मेघवाल, दीनदयाल आलड़िया सहित ग्रामीण मौजूद थे।