ज्ञान के सूरज भगवान शिव जब धरती पर आते हैं तो अज्ञान का अंधेरा स्वतः ही हो जाता है समाप्त- प्रवीना
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की कस्बे की अऊ दरवाजे स्थित पाठशाला पर शुक्रवार को 86 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती महोत्सव उपखंड अधिकारी हेमन्त कुमार के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी प्रवीणा बहिन ने की , विशिष्ट अतिथि चंद्रभान वर्मा चंद्र एव मनोज मनु थेl
मुख्य अतिथि हेमंत कुमार ने संस्था द्वारा लोगों को संस्कारित किए जाने के कार्य को अनुकरणीय बताते हुए मातृशक्ति के माध्यम से परमात्मा के बारे में दिए जा रहे ज्ञान की मुक्त कंठ से सराहना की। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही शिक्षिका ब्रम्हाकुमारी प्रवीणा बहन ने कहा परमात्मा शिव की यादगार 86 वीं त्रिमूर्ति जयंती महोत्सव परमात्मा शिव के दिव्य अवतरण "दिवस के रूप में मनाया जाता है इस दिन परमात्मा शिव इस धरा पर अवतरित हुए उन्होंने संसार की आत्माओं को शांति व पवित्रता की शक्ति की किरणे प्रदान की। ज्ञान के सूरज परमात्मा शिव जब धरती पर आते तो अज्ञान का अंधेरा समाप्त हो जाता है।
कार्यक्रम के अंतर्गत विशिष्ट अतिथि के रूप में आदरणीय भ्राता चंद्रभान शर्मा एवं मनोज मनु पाराशर ने भी अपनी कविता के माध्यम से शिव बाबा के प्रति नमन किया। नन्ही कुमारी ने दिव्य गीतों के माध्यम से डांस की प्रस्तुति दी। ब्रम्हााकुमारी जागृति बहन ने परमात्मा का परिचय देते हुए कहा परमात्मा अजन्मा अभोकता निराकार है। उसका नाम शिव है। जो रूप में ज्योति बिंदु है गुणों में सिंधु है वह जब इस धरती पर आते हैं तो अज्ञान का अंधकार मिट जाता है l अंत मे सभी को ईश्वरी प्रसाद एवं साहित्य वितरित किया गया इस अवसर पर ब्रम्हाकुमारी मीरा बहन, सुरेश वर्मा, धारा सिंह, अरविंद शंकर, गीता केला शांति सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे l