जब - जब धर्म की हानि हुई , तब - तब प्रभु ने लिया अवतार : घनश्याम वैष्णव
गुरला (बद्री लाल माली)
गुरलाँ :- जब जब धर्म की हानि पहुंचाने का प्रयास किया है तब तब भगवान ने अवतार लिया है भगवान वराह, नृसिंह, राम, कृष्ण आदि 24 अवतार इसके प्रमाण है
यह बात हाईवे 758 स्थित गुरलाँ बालिका स्कूल में श्रीमद् भागवत कथा में कृष्ण के मनमौहक रूप में धवल सेन, बलराम के रूप शिवाय सेन,सुभद्रा के रूप सृष्टि सेन, को श्रृंगारित किया कथा वाचक घनश्याम वैष्णव ने संगीत मय कथा में कहा उन्होंने बताया कि अवतार क्यों होते हैं व कैसे होतें है अवतरित होना है जब जब दुष्टों का भार पृथ्वी पर बढता है और धर्म की हानि होती है तब तब पापियों का संहार करके भक्तों की रक्षा करने के लिए भगवान अपने अंशावतारो व पुर्णवतारो से पृथ्वी पर शरीर धारण करते हैं
कथा के बीच बीच में भजनो से श्रध्दालु को नाचने गाते रहे कथा सुनने के लिए रोजाना आसपास के क्षेत्र के श्रध्दालु पहुँच रहे हैं