जहां गौमाता का अपमान और तिरस्कार वहां सुख शांति समृद्धि नहीं - जगतगुरु संतोषी बाबा
सड़कों पर विचरण करती गौ माता की वेदना सुनाकर समाज को दिया गोसेवा का संदेश, गो भारत यात्रा का सिरोही में हुआ स्वागत - जहां गौमाता का अपमान और तिरस्कार वहां सुख शांति समृद्धि नहीं - जगतगुरु संतोषी बाबा
सिरोही(रमेश सुथार)
हमारे ग्रंथ,वेद और सनातन सिखाता है कि गांवो विश्वस्य मातरम किंतु आज समाज के बीच सड़कों पर विचरण करती बेसहारा गौ माता अपनी भूख मिटाने के लिए कचरा और प्लास्टिक खाकर बीमार और मरणासन्न स्थिति में जा रही है,गाय की होती दुर्दशा और चिंताजनक स्थिति पर मार्मिक पुकार और आव्हान करते हुए जगद्गुरु श्री श्री संतोषी बाबा ने प्राचीन सनातन संस्कृति में गाय को दिए विशेष स्थान का उल्लेख करते हुए भोजन से पहले एक रोटी गाय के लिए प्रतिदिन और उसके आश्रय के लिए अपने धन का सदुपयोग करने की अपील की। बाबाजी द्वारा गौ माता के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से शुरू की गई गौमाता को गोद लेना है, महायात्रा को लेकर सिरोही पहुंचने पर संबोधित करते हुए यह बात कही।
गुरुवार को देवनगरी सिरोही के सरजावाव चोक में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए जगद्गुरु बाबाजी ने कहा कि जिस गांव शहर में गौ माता का अपमान और तिरस्कार होता है वहां कभी सुख शांति समृद्धि नहीं आती। संतोषी बाबा ने लोगो से आवाह्न कर कहा कि यह ऐतिहासिक देवभूमि है और वीरों की तपोस्थली जहां पशु पक्षियों का हमेशा आदर किया गया है। उन्होंने कहा कि आज गौ माता पुकार रही है और उसकी बदहाली देखकर के मन रुदन करता है। बाबाजी ने सवाल किया कि क्या हम अपनी मां को इस स्थिति में देख सकते हैं। कहा की गौ माता के दर्शन, स्पर्श, गो पूजन, गो स्मरण,गोगुणानुकीर्तन और गोदान करने से मनुष्य सर्वविध पापों से मुक्त होकर अक्षय लोक का भोग प्राप्त करता है।
स्थानीय गौ सेवा दल के प्रयासों को सराहा -
जगतगुरु बाबाजी ने स्थानीय गौ भक्त अजय भट्ट के नेतृत्व में गौ सेवा संकल्प टीम सिरोही के गायों की सेवा में चलाए जा रहे अभियान की मुक्त कंठ से प्रशंसा करते हुए आमजन से भी सेवा सहकार में अग्रणी भूमिका निभाने की अपील की। उन्होंने स्थानीय युवाओं के संकल्प को अद्भुत और अनुकरणीय बताया और कहा कि उनसे जो भी सहयोग होगा वे इस टीम को अवश्य करेंगे। उन्होंने समाज से अपील कर कहा कि मैं जब अगली बार यहां आवु तब हमें कोई सड़कों पर गाय बेसहारा ना दिखे ऐसे प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि यह आवाज भारत भू के कोने-कोने तक पहुंचनी चाहिए।
मुख्य मार्गो से निकली झांकी व गौ रथ यात्रा -
देश के नागरिकों को जागरूक और गाय के प्रति प्रेरित करने निकली गो रथ यात्रा के रथ के सबसे ऊपर विशाल गाय की प्रतिमा लगी थी और रथ में आमजन का अभिवादन करते जगतगुरु संतोषी बाबाजी दिखाई दिए। इसमें रथ के आगे आकर्षण का केंद्र एक दर्जन से अधिक युवा गोमुख प्रतिरूप मुखौटा धारण करके गोसेवा का संदेश देते रहे वही नृत्य मंडली के सदस्य विभिन्न प्राचीन वाद्य यंत्रों को लेकर संगीतमय धार्मिक धुनों पर थिरकते नजर आए।
गौ भक्तों व संकल्प टीम के युवाओं ने किया स्वागत सत्कार -
हरियाणा से शुरू होकर 27 हजार किमी की यात्रा के दौरान सिरोही पहुंचने पर गोरथ यात्रा का गौ भक्तों और गौ सेवा संकल्प टीम के युवाओं ने प्रमुख अजय भट्ट के नेतृत्व में लोकेश खंडेलवाल,भूपेंद्र माली, भरत माली,शैलेंद्र खंडेलवाल,ललित प्रजापत,हिम्मत सगरवंशी, संजय कुम्हार,जितेंद्र खत्री,हसमुख प्रजापत,विक्रमसिंह केराल आदि ने तलवार भेंट कर शॉल साफा व माल्यार्पण कर बाबाजी का स्वागत अभिनंदन किया। इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों और स्थानीय भाइयों और बहनों ने भी बाबाजी का माल्यार्पण किया।
सारणेश्वर के दर्शन के साथ गोशाला में गुड व चारा खिलाया -
यात्रा के सिरोही पहुंचने पर आराध्य देव सारणेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना में भाग लेकर बाबाजी समीप पीएफए गौशाला पहुंचे जहां चंद्रभान मोटवानी, मनोज जैन, जब्बरसिंह चौहान,जय हरण, अशोक वैष्णव, शैतानसिंह आदि ने स्वागत किया। यहां गौशाला के अवलोकन के साथ बाबाजी ने गौ माता को गुड़ व चारा खिलाकर किए जा रहे सेवा कार्यों की सराहना की। बाबाजी ने बताया कि गौ सेवा से रुके हुए काम, शारीरिक दुख, गृह क्लेश आदि कई समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।