पत्नी ने अपनी किडनी देकर पति की जान बचाई: सोशल मीडिया से इकठ्ठे हुए 4 लाख रुपए
किडनी डोनर नहीं मिलने पर पति को तड़पता देख पत्नी ने अपनी एक किडनी देना किया तय: ट्रांसप्लांट के लिए रुपए नही होने पर सोशल मीडिया पर लोगों से मदद मांगी। तीन दिन में ही 4 लाख रुपए से ज्यादा की मदद उनके खाते में लोगों ने ट्रांसफर की।
भीलवाडा (राजकुमार गोयल )
वह कोटा से जयपुर चलने वाली बस में संविदा पर नोकरी करता था 3 वर्ष पूर्व उसके शरीर में काफी दर्द हुआ जांच करवाने पर दोनों किडनी खराब होने का पता चला। इसके बाद से वह डायलिसिस पर चल रहे थे। इसके बाद 15 दिन पहले तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। और उनको जयपुर महात्मा गांधी हॉस्पिटल के ICU lavel-1 के किडनी ट्रांसप्लांट वार्ड में भर्ती करवाया गया।
गरीबी की हालत ऊपर से बीमारी ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया था। ट्रांसप्लांट करने का खर्चा भी बहुत ज्यादा था। इसके बाद भी पत्नी ने हार नहीं मानी और 5 मार्च को जयपुर में अपनी किडनी को पति के शरीर में ट्रांसप्लांट करवाकर मौत के मुंह से बाहर निकाल दिया।
भावों का गुडा,जहाजपुर जिला भीलवाडा निवासी 32 साल के शेरसिंह मीणा की 3 साल से दोनों किडनी खराब थी। इसके बाद से शेरसिंह डायलिसिस पर चल रहे थे। 15 दिन पहले शेरसिंह की तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। डॉक्टरों ने तुरंत ही शेरसिंह की किडनी बदलने के लिए कहा, इसमें देरी करने पर उनकी मौत होने की भी बात बताई गई। शेरसिंह के लिए कोई किडनी डोनर नहीं मिलने पर पति को तड़पता देख पत्नी ने अपनी एक किडनी देना तय किया लेकिन इस ट्रांसप्लांट का खर्चा करीब 11 लाख से ज्यादा आ रहा था। और उनके पास इतना पैसा नहीं था उन्हें सरकारी योजना में करीब 5 लाख रुपए की उन्हें सहायता मिल गई। वही शेरसिंह की पत्नी व शेरसिंह ने सोशल मीडिया पर लोगों से मदद मांगी। जिसके बाद तीन दिन में ही 4 लाख रुपए से ज्यादा की मदद उनके खाते में लोगों ने ट्रांसफर की। और 5 मार्च को जयपुर में अपनी किडनी को पति के शरीर में ट्रांसप्लांट करवाकर मौत के मुंह से बाहर निकाल दिया।
जहाजपुर विधायक गोपीचंद मीणा शेरसिंह की सोशल मीडिया पर पोस्ट पढ़ने के बाद उनसे मिलने हॉस्पिटल पहुचे और शेर सिंह से मुलाकात की