कर्नल हरीसिंह जैसा वीर योद्धा कभी नही मरता- शर्मा
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) ड़ीग में श्री हिन्दी पुस्तकालय समिति के अरुण सभागार में स्व कर्नल हरिसिंह के निधन पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमे स्व कर्नल सिंह के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए हिंदी पुस्तकालय समिति के अध्यक्ष मानसिंह यादव ने कर्नल हरिसिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समिति के सदस्य संकट की इस घडी में तथा भविष्य में हमेशा उनके परिवार के साथ खडी रहेगी। अपना घर सेवा समिति के संयोजक चंद्रभान शर्मा ने डीग के विकास के लिए कर्नल सिंह द्धारा किये गए प्रयासों पर प्रकाश डाला।राजकीय महाविद्यालय डीग के पूर्व प्राचार्य सुरेश गुप्ता ने बताया कि डीग महाविद्यालय को 'बी' ग्रेड दिलवाने में कर्नल सिंह ने बहुत ज्यादा सहयोग दिया था। प्रधानाचार्य अरविन्द कौशिक ने जीवन दर्शन और आत्मा,परमात्मा के तत्व ज्ञान के आधार पर कर्नल सिंह का आज भी हमारे बीच में रहना सिद्ध किया।कैप्टन बच्चू सिंह ने एक सैनिक का जीवन कैसा होता है तथा सेवानिवृत्त होने के बाद वह कैसे समाज के समक्ष पेश होता है इस बात पर प्रकाश डाला। मदनलाल, दिनेश गुप्ता , अमरनाथ गुप्ता ने बताया कि किस तरह कर्नल सिंह ने विकट परिस्थितियों में पुस्तकालय को एक नई दिशा प्रदान की।इस अवसर पर मनोज मनु, गोविंद गग्गा ने अपनी काव्यात्मक श्रद्धांजलि अर्पित की।कार्यक्रम का संचालन कर रहे सुरेन्द्र सार्थक ने भी अपनी काव्यात्मक श्रद्धांजलि में कहा
"मृत्यु अवश्यंभावी जग में कौन रोक पाता है। कर्नल साहब जैसा योद्घा कभी न मर पाता है।।
मरा नहीं है,चला गया है फिर वापिस आने को। भोले प्राणी मृत्यु समझते इस आने जाने को।।"
कर्नल सिंह की बेटी उमा सिंह चीता ने कहा कि हिन्दी पुस्तकालय के साथ कर्नल सिंह का परिवार हमेशा जुड़ा रहेगा।