संभागीय आयुक्त व जिला कलेक्टर के आश्वासन के बाद हरिबोल बाबा आत्मदाह का निर्णय किया एक माह के लिए स्थगित
साथ ही चेताया मांगों पर नहीं हुई कार्यवाही तो फिर आत्मदाह करने के लिए निकल पडूंगा
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान) संभागीय आयुक्त और जिला कलेक्टर द्वारा बुधवार को बाबा हरि बोल और अन्य साधु-संतों को डीग व कामा उप खण्डों में अवैध खनन और ओवरलोडिंग को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिए जाने के बाद अरे बोल बाबा ने 19 जुलाई को जिला कलेक्टर कार्यालय के समक्ष किए जाने वाला आत्मदाह का निर्णय फिलहाल 1 माह के लिए स्थगित कर दिया है । बाबा के इस निर्णय के बाद पुलिस प्रशासन ने राहत की सांस ली है।
बुधवार को संभागीय कार्यालय में संभागीय आयुक्त पीसी बेरवाल की अध्यक्षता में जिला प्रशासन के सभी विभागों की एक विशेष उच्च स्तरीय बैठक बुलाई गई । बैठक में जिला जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, जिला पुलिस अधीक्षक देवेंद्र विश्नोई, मुख्य वन संरक्षक, रेवेन्यू बोर्ड और खनन विभाग सहित सभी संबंधित विभागो के प्रमुख एव बाबा हरि बोल दास व उनके सहयोगी संत गण भी उपस्थित थे। ढाई घंटे चली बैठक में आदिबद्री व कनकाचल पर्वत में हो रहे खनन के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई । बाबा हरिबोल दास का कहना था कि जब तक प्रदेश मुख्यमंत्री अपना साधु संतों के साथ इस संबंध में किया हुआ वायदा पूरा नहीं करते हैं व जिला प्रशासन संपूर्ण रूप से अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग की समस्या को पूरी तरह समाप्त नहीं करता है तब तक वह अपने आत्मदाह का इरादा नहीं छोड़ेगें । संरक्षण समिति के अध्यक्ष राधा कांत शास्त्री ने बताया है कि इस पर संभागीय आयुक्त बेरवाल व जिला कलेक्टर गुप्ता ने बाबा को पूर्ण आश्वस्त किया कि जिले में अब किसी भी प्रकार की कोई भी ओवरलोडिंग अथवा अवैध खनन की गतिविधि नहीं हो इसको सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया जाएगा व अवैध खनन एवं ओवरलोडिंग के खिलाफ प्रशासन बहुत सख्त कार्रवाई कर दोषीयो को दंडित करेगा । दोनों अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन सरकार को भी अनुशंसित करेगा की संतों की जो मांग है उस पर त्वरित कार्रवाई करके कनकाचल व आदिबद्री पर्वत को खनन मुक्त कर संरक्षित वन क्षेत्र घोषित किया जाए । शास्त्री के अनुसार करीब ढाई घंटे तक चली इस उचित स्तरीय बैठक में उपस्थित सभी विभागो के वरिष्ठ अधिकारियों ने इन बात पर अपनी पूर्ण सहमति जताई। जिस पर साधु संतों ने हरि बोल बाबा को समझाया एवं उनसे अपने आत्मदाह के विचार को स्थगित करने का आग्रह किया। इसके बाद हरिबोल बाबा ने इस शर्त पर कि अगर उनकी मांगों के क्रियान्वयन में कोई भी चूक हुई तो वह पुनः आत्मदाह करने के लिए निकल पड़ेंगे, अपने आत्मदाह के निर्णय को एक माह के लिए स्थगित कर दिया है । हरिबोल बाबा ने वैठक के दौरान स्पष्ट कर दिया है कि वह एक माह तक नजर रखेंगे कि जिले में कही भी ओवरलोडिंग ना हो एवं किसी प्रकार का कोई अवैध खनन ना हो। यदि इस दौरान उन्हें कोई भी प्रशासन की चूक दिखाई दी तो वह तत्काल आत्मदाह करने के लिए निकल पड़ेंगे ।ब्रज पर्वत एवं पर्यावरण संरक्षण समिति के अध्यक्ष महंत शिवराम दास ने कहा कि से। उनके 180 दिन से चल रहे आंदोलन के तहत आगामी 25 जुलाई से 11 दिवसीय कनकाचल व आदिबद्री की परिक्रमा यात्रा निकाली जावेगी व यात्रा के समापन होने तक अगर प्रदेश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपना वायदा पूरा करते हुए आदि बद्री एवं कनकाचल पर्वत को खनन मुक्त नहीं किया तो भारी संख्या में साधु संत एक साथ आमरण अनशन पर बैठेंगे । इस बारे में वैठक में मौजूद प्रशासन के उच्चाधिकारियों के सामने खुली चेतावनी भी दे रहे हैं। इस लिए जिला प्रशासन को चाहिए कि वह सरकार के समक्ष तत्काल कार्रवाई करने की अनुशंसा करें । बैठक में सभी विभागों के उच्चाधिकारियों के अलावा प्रमुख रूप से भूरा बाबा, मुकेश बाबा सुल्तान सिंह आदि लोग मोजूद थे।