आंदोलनकारियों ने दी पुनःआमरण अनशन की चेतावनी , बढ़ चढ़ कर आगे आए साधु संत
आज पसोपा में विधायक बाजिब अली की अध्यक्षता में गौ रक्षा सम्मेलन, ब्रज प्रांत के विशिष्ट गौ रक्षक और गौशाला संचालक होंगे शामिल
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/पदम जैन) आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर हो रहे विनाशकारी खनन के बिरोध में ड़ीग के गांव पसोपा जारी धरने के 230 वे दिन गुरुवार को गोपाल बाबा, बिनीत दास बाबा, नारायण चैतन्य बाबा, हनुमान बाबा और नितिन बाबा क्रमिक अनशन पर बैठे। गुरुवार को इस मुद्दे को लेकर अंतिम लड़ाई के आंदोलनकारियों ने पुनः आमरण अनशन पर बैठने वाले साधुओं और आंदोनकारियों की सूची को तैयार करना प्रारंभ किया तो इसमें नाम लिखाने के लिए साधु संतों में होड़ लग गई ।
धरना स्थल पर चल रही श्रीमद भागवत कथा के तीसरे दिन प्रहलाद चरित्र के बारे में बताते हुए साध्वी गौरी ने कहा कि प्रहलाद जैसी निष्ठा हर ब्रजवासी में होनी चाहिए ताकि हरिण्यकश्यपु रूपी खनन माफिया आदि आसुरी लोगों के द्वारा जो ब्रजभूमि, ब्रज के पर्यावरण व ब्रज के पर्वतों का नाश किया जा रहा है उससे विशाल ब्रजवासियों का जनसमूह रूपी नरसिंह अवतार रक्षा कर उन पर्वतों का संरक्षण कर सके । साध्वी मधुबनी ने ध्रुव चरित्र के बारे में बताते हुए कहा कि जब एक 5 वर्षीय बालक अपनी कठोर तपस्या के बल पर समूची सृष्टि को हिला सकता है तो आप सब तो सच्चे ब्रजवासी हैं, आपकी सम्मिलित संगठित शक्ति के आगे भी बड़ी बड़ी सत्ताएं नतमस्तक हो सकती है।
गुरुवार को आंदोलनकारियों ने शुक्रवार को पसोपा में धरना स्थल पर आयोजित होने वाले गौ रक्षा सम्मेलन की तैयारियों को अंतिम रूप दिया । इस सम्मेलन के समन्वयक संत ब्रजदास ने बताया इस सम्मेलन में ब्रज प्रांत के 200 से अधिक गौ रक्षक और गौशाला संचालक शामिल होंगे व साथ ही इसमें कई वरिष्ठ जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, सैकड़ों ब्रजवासी,साधु संत एवं ग्राम वासियों के आने की संभावना है । उन्हें यह भी बताया कि सम्मेलन की अध्यक्षता नगर के विधायक वाजिब अली करेंगे एवं इस सम्मेलन में गौरक्षण एवं संवर्धन के संबंध में महत्वपूर्ण चर्चा कर इसके दिशा में किस प्रकार ब्रज के पर्वतों की रक्षा के लिए किया जा रहा वर्तमान आंदोलन महत्वपूर्ण साबित हो सकता है, इस पर भी गंभीर चर्चा की जाएगी ।
सक्रिय सदस्यता अभियान के संयोजक ब्रजकिशोर बाबा ने बताया कि वर्तमान में 80 से अधिक गांवों में आंदोलन के लिए करीब 12 हजार सक्रिय सदस्य बनाए जा चुके हैं जो ब्रजभूमि ब्रज की संस्कृति एवं ब्रज की पौराणिक संपदा के संरक्षण के लिए हर संभव संघर्ष के लिए संकल्पित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि आगामी 6 सितंबर को आयोजित किये जाने वाले सक्रिय कार्यकर्ता सम्मेलन की तैयारियां भी जोरों पर है ।इस सम्मेलन में 1000 से अधिक प्रमुख कार्यकर्ताओं की आने की उम्मीद है ।