कोरोना और फंगस के संक्रमण के दौर मे गंदगी के ढेर के बीच चल रही आगंनबाड़ी
कोटकासिम (अलवर,राजस्थान) उपखंड के गिरवास ग्राम पंचायत के अंतर्गत किरवारी गांव में चल रही आंगनबाड़ी केंद्र के समीप इस तरीके से गंदगी के ढेर लगे हुए हैं जहां से सीधी बदबू आंगनबाड़ी केंद्र में जाती है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जहां बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए आंगनबाड़ी में पोषाहार आदि की व्यवस्था सरकार की तरफ से की हुई है क्या बालकों को वास्तव में उसका कुछ फायदा होगा? क्योंकि जहां आंगनबाड़ी खुद ही गंदगी के ढेर के बीचो-बीच है वहां पर किस प्रकार से कोई व्यक्ति स्वास्थ्य की आशा कर सकता है।
इस आंगनबाड़ी में कार्यरत कार्यकर्ता सविता देवी, आशा सहयोगिनी संतादेवी ने बताया कि एक बार तो आंगनबाड़ी केंद्र में सांप घुस गया था। ऐसे में स्टाफ को बड़ी बाहर निकलने में ही बड़ी मुश्किल हो गई क्योंकि सांप गेट के पास बने जांगले में फुफकार रहा था। जिसको बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया। गनीमत यह रही कि उस समय आंगनबाड़ी में छोटे बालक नहीं थे और स्टाफ की नजर सांप पर पड़ गई। जैसे ही इस बात का पता चला कुछ लोगों को गांव से बुलाकर सांप को मारा गया।तब जाकर कहीं राहत की सांस ली। अन्यथा कोई बड़ा हादसा हो सकता था।
हम आपको बता दे आंगनबाड़ी के चारों तरफ कुछ ग्रामीणों द्वारा इंधन आदि भी लगा रखा हैं वहीं कुछ लोगों ने आगंनबड़ी के गेट के पास ही कुड़ी भी दाली हुई है।जिसकी वजह से जीव जंतु आंगनबाड़ी के अंदर आसानी से प्रवेश कर जाते हैं और अनाज की बोरी वगैरह में छुप कर बैठ जाते हैं। ऐसे में कोई भी दुर्घटना कभी भी हो सकती है। अभी कोविड के चलते छोटे बालक आंगनबाड़ी में नहीं आ रहे लेकिन जब वो आएंगे तो किसी को जहरीले कीड़े ने काट लिया तो उसका जिम्मेवार कोन होगा?
- रिपोर्ट- संजय बागड़ी