जैसा खाओगे अन्न वैसा हो जाएगा मन -संत भूराराम महाराज
रूण (नागौर, राजस्थान/ फखरुद्दीन खोखर)। मनुष्य को हमेशा नेक कमाई का ही अन्न खाना चाहिए, शास्त्रों में लिखा है जैसा खाओगे अन्न वैसा हो जाएगा आपका मन ,यह प्रवचन रविवार को गालवा फार्म हाउस चिताणी में सोयला आश्रम के संत भूराराम महाराज ने कहे उन्होंने कहा कि एक दिन में 8 पहर होते हैं इन आठ पहरों में से चार पहर काम करने के लिए, तीन पहर सोने के लिए और एक पहर ईश्वर की भक्ति के लिए होता है, लेकिन इस आपाधापी के युग में किसी भी इंसान को पूछेंगे तो कहेंगे समय की कमी है, इसीलिए एक पहर सुबह या शाम कभी भी ईश्वर की भक्ति में लगा देना चाहिए और यथासंभव अपने खेती या व्यापार में से कुछ हिस्सा पुनीत कार्यों में या गौशाला में देना चाहिए, जिससे आपका धन और अनाज पवित्र हो जाएगा, इसके अलावा उन्होंने चोरी, चुगली से बचकर रहने को कहा इस मौके पर इन्होंने क्या लेकर आया बंदा क्या लेकर जाएगा संगीतमय भजनों की प्रस्तुति के साथ मारवाड़ का प्रसिद्ध भजन हेली भजन सुनाया, जिसको सुनकर भक्त झूमने पर मजबूर हो गए। इससे पहले आए हुए संतों का महिलाओं ने बधावणा जाकर स्वागत किया। इस मौके पर कानाराम, रामनिवास, पप्पू राम, सुगनाराम, पूर्व सरपंच ओलादन रामाकिशन बटेसर, पूर्व सरपंच प्रतिनिधि धवा जीवनराम बेनीवाल, प्रेम सारण, पहलादराम लालरिया रूण सहित काफी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।