आशाओं मे रोष व्याप्त , कहा -सरकार हमसे सौतेला व्यवहार कर रही है, मानदेय बढ़ाने हेतु केंद्र सरकार को लिखा सिफारिश पत्र
अलवर,राजस्थान/ श्याम नूरनगर
किशनगढ़ बास। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आंगनबाड़ी कार्मिकों के दीपावली पर तोहफे के रूप में में बढ़ाए गए मानदेय की प्रतिक्रिया हेतु हड़ताल पर चल रही आशा सहयोगनियां, आशा अधिकार मंच के बैनर तले वार्ता हेतु क्षेत्रीय विधायक कार्यालय पहुंची। इस मौके पर मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन भी दिया।
आशाओं ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार हमसे सौतेला व्यवहार कर रही है, क्या हम आंगनबाड़ी कर्मी नहीं है? जो उन्होंने सिर्फ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं तथा सहायिकाओं का ही मानदेय बढ़ाने की बात करते हुए केंद्र सरकार से भी उनका मानदेय बढ़ाने हेतु केंद्र सरकार को पत्र लिखकर सिफारिश की है।
आशाओं ने कहा कि वह पिछले दो महीनों से हड़ताल पर हैं और सरकार उनकी कोई सुनवाई नहीं कर रही है, हम बहुत ही हताश और निराश है। आशाओं से विधायक दीपचंद खैरिया ने वार्ता करते हुए आश्वासन दिया कि वह आशा सहयोगिनियों की समस्याओं और मांगों के संदर्भ में मुख्यमंत्री से बात करेंगे और संभव हुआ तो मुख्यमंत्री से आपकी भेंट करवा दी जाएगी। उन्होंने आशा सहयोगिनियों से हड़ताल वापस लेने की बात की जिसे उपस्थित आशा सहयोगिनियों ने मान लिया। इस मौके पर मंजू बाला, सुमन चौधरी, सायरा बानो, मनोज देवी, राजबाला, मीनाक्षी, माया देवी, मीना, आशा, अंजू बाला, सरिता, साधना, सुषमा, मोहिनी, सरला, कौशल्या, सुमनलता, सुरेश, अनीता, पवित्रा, सुनीता, पूनम, गीता, राजबाला, सरोज, राजकुमारी, सीमा आदि आशाएं मौजूद थी।