जागरूक नागरिकों ने बहरोड़ एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
बहरोड़ (अलवर/राजस्थान) बहरोड़ के जागरूक नागरिकों ने गुरूवार को राजस्थान सरकार के द्वारा एडीएम भिवाड़ी के आदेश के खिलाफ प्रशासनिक दृष्टि से बहरोड़, नीमराना, मुण्डावर व बानसुर तहसील को अलग-थलग कर यहाॅ के निवासियों को प्रताड़ित नहीं करने की मांग को लेकर जागरूक नागरिकों ने मुख्यमंत्री के नाम बहरोड़ एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। जानकारी के अनुसार आम जनता रोजमर्रा के कार्यो से जुड़े सरकारी कार्यालय भिवाड़ी में खोले गये हैं और बहरोड़, नीमराना, बानसुर और मुण्डावर को अलवर से हटाकर उनके अधीन किया गया है। ऐसे में बहरोड़, नीमराना, बानसुर और मुण्डावर क्षेत्र के लोगों को नई समस्या से जूझना पड़ रहा है। पहले जिला स्तर के कार्यालयों के कार्य के लिए अलवर ही जाना पड़ता था। सभी कार्य एक ही स्थान पर आसानी से हो जाते थे। लेकिन अब जिला स्तर के आधे कार्यालय भिवाड़ी और आधे कार्यालय अलवर में बना दिये गये हैं। ऐसे मे यहाॅ के लोगों के समक्ष दो-दो शहरों के चक्कर लगाने की बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
जिसके चलते जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि अलवर के अलावा जितने भी प्रशासनिक कार्यालय बनाये जायें वो सब बहरोड़ और नीमराना में ही बनाये जायें। बहरोड़, नीमराना, मुण्डावर और बानसुर को भिवाड़ी कार्यालयों के क्षेत्राधिकार से हटाकर पूर्ववत अलवर जिला कार्यालय के अधीन ही किया जाये। इस दौरान शहर के सामाजिक जागरूक बंधुओं कर्नल अशोक यादव, ओम यादव सामाजिक कार्यकर्ता, शशि यादव स्वतंत्र पत्रकार, सुमित यादव डायरेक्टर यूनिक स्कूल, डॉ रविंदर वर्मा, ओम प्रकाश यादव डायरेक्टर श्रीमती नारायणी देवी महिला महाविद्यालय, पंकज स्वामी प्रिज्म अकैडमी डायरेक्टर, करण सिंह गंडाला, मयंक भारद्वाज, पवन कुमार, अनिल कुमार, डॉ ऋषि यादव पूर्व पार्षद, अशोक पोसवाल पार्षद, विजय यादव नासरपुर सहित अनेक जागरूक बंन्धु उपस्थित होकर सरकार के समक्ष अपनी बात को रखा।
रिपोर्ट योगेश शर्मा