बड़ौदामेव एसएचओ व एएसआई निलंबित,ओएलएक्स के झूठे मामले में फंसाने के मामले में कार्यवाही
बड़ौदामेव/अलवर/ रामबाबू शर्मा
पुलिस में भ्रष्टाचार के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पुलिस काे शर्मसार करने का एक और मामला सामने आया है।
इससे पूर्व अलवर ग्रामीण डीएसपी सपात खान भी एसीबी की कार्रवाई में ट्रैप हो चुके हैं
प्राप्त जानकारी के अनुसार बड़ाैदामेव के थानाधिकारी रामकिशन यादव और एएसआई पप्पूराम मीणा ने एक निर्दाेष युवक काे ओएलएक्स के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर लॉकअप में बंद कर दिया। इसके बाद परिजनों से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने के बाद उसे छाेड़ दिया।
प्रारंभिक जांच में दाेषी मिलने पर गुरुवार काे बड़ौदामेव थानाधिकारी रामकिशन यादव व एएसआई पप्पूराम मीणा काे निलंबित कर दिया गया। यह मामला पिछले माह दिसंबर 2020 का है।
अलवर पुलिस अधीक्षक ने बड़ौदामेव के नए थानाधिकारी के रूप में एसआई सचिन शर्मा काे लगाया है। अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि हरियाणा के फिरोजपुर झिरका थाना इलाके के लटूरवास गांव के रहने वाले शमसुद्दीन खान ने दिसंबर 2020 में शिकायत दी कि उसके रिश्तेदार आरिफ खान निवासी नगर जिला भरतपुर काे बस से अलवर जाते समय बड़ौदामेव थाना पुलिस ने शीतल माेड़ के पास बस से नीचे उतार लिया और थाने ले गई। पुलिस के द्वारा आरिफ काे पकड़ने की सूचना मिलने पर परिजन बड़ाैदामेव थाने पहुंचे। जहां पुलिस ने आरिफ को लॉकअप में बंद कर रखा था।
हरियाणा के फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र के लटूरवास गांव के समसुद्दीन खान ने शिकायत में लिखा कि थानाधिकारी व एएसआई से परिजनाें ने आरिफ के अपराध के बारे में पूछा, ताे उन्हाेंने आरिफ काे अाेएलएक्स के मामले में फंसाने की धमकी दी और उसे छाेड़ने के लिए 1लाख रुपए मांगे। रकम लेने के बाद थानाधिकारी ने देर रात काे आरिफ काे छाेड़ दिया।
शिकायत मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक अलवर में ने इस मामले की जांच लक्ष्मणगढ़ सीओ अशाेक चाैहान काे साैंपी। प्रारंभिक जांच में थानाधिकारी व एएसआई पर ओएलएक्स के झूठे आराेप में निर्दाेष युवक आरिफ काे थाने लाकर लॉकअप में बंद करने की बात प्रमाणित हाे गई।
जांच अधिकारी लक्ष्मणगढ़ सीओ अशाेक चाैहान ने बताया कि थानाधिकारी व एएसआई की ओर से एक लाख रुपए रिश्वत लेने की जांच अभी चल रही है। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि युवक आरिफ अपने परिजनों के साथ खेती करता है। वह ज्यादा पढ़ा-लिखा भी नहीं है। उसके खिलाफ किसी थाने में काेई मामला भी दर्ज नहीं है। थानाधिकारी व एएसआई ने उसे बिना वजह लॉकअप में बंद रखा। एसपी ने प्रारंभिक जांच में दाेषी पाए जाने पर थानाधिकारी व एएसआई काे निलंबित कर उनका मुख्यालय अलवर पुलिस लाइन किया है
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पीड़ित युवक के परिजनों से थानाधिकारी व एएसआई की ओर से एक लाख रुपए की रिश्वत लेने की अभी पुष्टि नहीं हुई है। इसकी जांच की जा रही है।