जड़खोर गोशाला पर भजन संध्या का हुआ आयोजन
हिंडोला कुंज वन डालो जी ,झूलन चली राधिका सुखदाई
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) डीग उपखंड के जरखोर स्थित कामधेनु सुरभि गौशाला के विशाल प्रांगण में कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए श्रावणी भजन संध्या मलूक पीठाधीश्वर श्री राजेंद्र दास देवाचार्य के सानिध्य में संपन्न हुई ।
भजन संध्या का शुभारंभ पंडित भवानी शंकर पाराशर ने गणेश वंदना प्रथम सुमिर श्री गणेश के साथ किया । लोक गायक गौरी शंकर पाराशर ने बम बम बम बम लहरी गाकर तालियों की गड़गड़ाहट से वातावरण में जोश भर दिया। जितेंद्र पाराशर ने जाकू काटो लगे वही जाने रे ,सुनील पाराशर ने राग भैरवी में राम चरण सुखदाई की प्रस्तुति से वातावरण भक्ति मय कर दिया। सुरेश शर्मा एडवोकेट ने श्रावण मास के अनुरूप हिंडोला कुंज वन डालो जी, झूलन चली राधिका प्यारी जी। पंडित जीतू पाराशर ने रसिया मोय झूला पै लागी नजरिया, मोहे गोदी में ले ले गुजरिया गाकर उपस्थित समुदाय को हर्ष विभोर कर दिया।भजन संध्या में हारमोनियम पर सुरेश शर्मा ने तबले पर राघव पाराशर, ऑर्गन पर अमरचंद ने संगत दी।
इससे पूर्व श्रावण मास के प्रत्येक दिन होने वाले पार्थिव शिवलिंग पूजन का आयोजन हुआ। आयोजक के मुख्य यजमान श्री राजेंद्र दास जी महाराज ने अपने शिष्यों वेद पाठी ब्राह्मणों के साथ 3 घंटे तक पार्थिव शिवलिंग की पूजा के साथ साथ अर्चना शुक्ल यजुर्वेद के रुद्राष्टाध्याय के 8 अध्याय की पूर्ण विधान के साथ की पूजा की ।इस दौरान अनंतर श्री राजेंद्र दास जी महाराज ने शिव तांडव स्त्रोत का गायन किया। गौशाला स्थित गौ पूजन एवं आरती के साथ कार्यक्रम संपन्न होने के पश्चात भजन संध्या के समापन पर राजेंद्र दास जी महाराज ने सभी गायक कलाकारों को सम्मानित किया। उन्होंने ने कुंभन दास जी का एक पद संतन को कहा सीकरी सो काम आवत जात पनहीया टूटी बिसर गयो हरि नाम सुनाने के बाद उपस्थित सभी ब्रज वासियों और भक्तजनों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि संत और भक्तों की इच्छा अनुसार ही यहां गौशाला का विकास हो रहा है। इससे क्षेत्र में गोवंश के विकास के साथ-साथ समस्त ब्रज क्षेत्र का भी विकास होगा।