कोरोना को लेकर तेज हुई कालाबाजारी, 40,000 से 1 लाख में बिक रहे रेमडेसिविर इंजेक्शन, सात गिरफ्तार
झांसी (उत्तरप्रदेश/ शशि जायसवाल) कोरोना महामारी के चलते देश में हालात गंभीर बने हुए हैं जहां देश में ऑक्सीजन सिलेंडर और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग तेजी से बढ़ रही है ऐसे में लोग कालाबाजारी करते नजर आ रहे हैं झांसी में एक इंजेक्शन को 40,000 से ₹100000 में बेच रहे हैं रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करते हुए सात लोगों को एसओजी टीम ने गिरफ्तार किया है
पुलिस ने गिरफ्तार किए गए युवकों के पास 2.30 लाख रुपए की नगदी सहित दो असली तथा 6 नकली इंजेक्शनो सहित खाली शीशियां एवं एंटीजन किट बरामद की है बताया जा रहा है कि यह कालाबाजारी का गोरखधंधा मेडिकल कॉलेज में चल रहा था
एसओजी ने सूचना के आधार पर रानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज के स्टाफ मनीष पाल निवासी गुमनावारा और जमुना प्रसाद निवासी कृष्ण नगर को शक के आधार पर पकड़ा पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि वह मरीजों के लिए आने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन को छुपा कर अपने पास रख लेते थे और उसे मेडिकल स्टोर वह नर्सिंग होम को महंगे दामों में बेच देते थे जिसकी निशानदेही पर एसओजी टीम ने मेडिकल कॉलेज के एक नंबर गेट के सामने स्थित है विशाल बरथरे मेडिकल स्टोर, जैनिया नर्सिंग होम के कंपाउंडर हिमांशु समाधिया, मानस हॉस्पिटल के कंपाउंडर हरेंद्र पटेल, मानवेंद्र पटेल सम्मित नर्सिंग होम के कंपाउंडर सचिंद्र प्रजापति को गिरफ्तार किया है गिरफ्तार आरोपियों व शामिल लोगों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही की जाएगी