चंबल का पानी अलवर लाओं, संदेश बना राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ युवाओं की पहचान, युवा कर रहें चंबल के पानी की मांग
जिला कलेक्टर , जल संसाधन मंत्री,सहित राजस्थान सरकार के नाम रैणी एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
रैणी(अलवर)
रैणी कस्बें के उपखंड कार्यालय पर चंबल का पानी अलवर लाओ की मांग को लेकर तहसील क्षैत्र के जागरूक युवाओं की टीम ने रैणी एसडीएम स्नेहलता हरित को अलवर जिला कलेक्टर, जल संसाधन मंत्री, एवं राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन सौंपा गया ज्ञापन के माध्यम से चंबल का पानी अलवर लाओं के साथ मांग करते हुए एक जन संदेश राजस्थान सरकार को दिया हैं की अलवर जिला सहित कई तहसील क्षैत्रों में पानी का संकट मंडरा गया हैं जिससे किसानों की भूमी में पैदावार होने की बजाय बिना पानी के भूखा मरने की नोबत आ गई हैं आज पूरे अलवर जिलें में पानी नही होने तथा पानी का भूमी जलस्तर 1200 से1400 बारह सौ से चौदह सौ फुट पर पहुंचने के बाद भी किसान को पानी मिलने की कोई गारंटी नही हैं हालात यहाँ तक पहुंच गये की अलवर जिलें मे बांध, कुऐं, बाबड़ी, तालाब, सरोवर,जलाशय आदि ऐतिहासिक संसाधन भी सूख चुके हैं क्यों की ये सभी जल संसाधन ईशवर द्वारा बनाये प्रकृति के स्त्रोत हैं आज के युग में किसान बरसात के पानी के उपर ही आत्मनिर्भर हैं जब तक बरसात नही होगी तब तक इनका भरना नामुंकिन हैं अलवर जिलें में फसलों के समय किसानों को पानी नही मिलना एक बहुत बड़ी विकट समस्या हैं किसान लोग बरसात के साथ साथ मानसून आने तक का इंतजार करते रहते हैं लेकिन बरसात नही होने तथा मानसून निकल जाने के बाद भी किसानों के कंठ बिना वर्षा के पानी के गीले नही होते हैं बिना पानी सूखे पड़े खेतों को देखकर उसके पास रोने के अलावा और कोई चारा नही बचता हैं पैदावार नही होने के कारण परिवार की जिम्मेंदारी निभाने वाले लोगों पर प्रकृति का पहाड़ टूटकर गिरना बहुत बड़ी दुविधा में डाल देता हैं बेचारा किसान अपने परिवार का पालन पोषण की चिंता करते करते आत्महत्या कर लेता हैं सरकार द्वारा किसी भी प्रकार की सुविधा गरीब किसान के परिवार के लोगों को नही मिलती और दर- दर की ठोकरें खाकर पूरा परिवार भटकने लगता हैं सरकार गरीब किसानों के अंदरूनी आर्थिक स्थति और हालातों से परिचित नही होती बदहाल स्थति होते हुए भी किसान वर्ग को सरकार द्वारा आर्थिक सुविधा मिलने की जगह दुविधा उत्पन्न होती हैं
किसानों के खेती/खलियानों में उत्पन्न पैदावार ना होने की स्थति में जल संकट को लेकर किसानों के मांथे पर चिंता की लकीरे दिखाई पड़ती हैं वह अपनी खेतीं को लहराते देखने के लिए अपने दिल और दिमाक में वर्षा के पानी अाने का सपना हमेशा संजोय रखता हैं लेकिन जब बरसात ना हो और खेती सूखकर नष्ट हो जाये तों मन में सजाये हुए संजोय सपने साकार होने की वजाय टूटकर बिखर जाते हैं इन हालातों मे किसान की भींगी पलकें और आसुओं को पोछते हुए दिल से किसान बददुआ देने लगता है इस मामलें में किसानों की आर्थिक और खेती पर मंडराता जल संकट को देखते हुए चंबल का पानी अलवर लाओं युवाओं की सहयोग टीम ने पूरे अलवर जिलें में अामजन से अपिल की हैं की सभी लोग अपने अपने उपखंड कार्यालय पर क्षैत्रिय उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर चंबल के पानी की मांग करे जिससे युवाओं की मेहनत और एकता शक्ति का परिचय सरकार को देखने को मिले जिससे सरकार जल्द युवाओं की मांग पर ध्यान देकर राहत प्रदान करके चंबल का पानी अलवर में लाकर जिलेवासियों की प्यास को बुझा सकें ज्ञापन देने के दौरान चंबल पानी अलवर लाओ संघर्ष समिति के संयोजक नंदलाल मीना प्रागपुरा , प्रेमराज सैनी, सुनील गर्ग, शिवचरण सैदावत सरपंच पति रैणी, रामभरोसी सरपंच भूड़ा, रामसिंह मीना, सरपंच सालोली, राजेश रैणी, सुभाष, राजेन्द्र बैरवा, तारकेश्वर सैनी, मानसिंह मीना, राजेश, काला व अजय मीना सहित युवाओं की टीम मौजूद रही ।
रैणी से योगेश गोयल की रिपोर्ट