बीएसएफ जवान का सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार, सम्मान में लगाए गगनभेदी नारे
भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी
बयाना (19 नवम्वर) उपखंड के गांव बैरखों निवासी बीएसएफ के जवान जीतेन्द्र कुमार जाटव का गुरूवार को उसके गांव में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान वीर जवान के सम्मान में गगनभेदी नारे भी लगाए गए। बीएसएफ जवान के शव को गुरूवार को सुबह दिल्ली से विशेष वाहन से यहां लाया गया।शव के साथ बीएसएफ के इंस्पेक्टर बलवानसिंह व सशस्त्र जवानों की टुकडी भी आई थी। जिसने अंतिम संस्कार से पूर्व अपने साथी जवान की पार्थिक देह को सैन्य सम्मान के साथ व अपने हथियार झुकाकर अंतिम सलामी दी और उसके सम्मान में हवा में भी गोलियां चलाई। इससे पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व राज्यसरकार की ओर से राज्यमंत्री भजनलाल जाटव ने चिता पर पुष्प चक्र चढाए। इनके अलावा कांग्रेस नेता दिनेश सूपा व सरपंच प्रतिनिधी दीवानसिंह शेरगढ व मेजरसिंह सहित कई पूर्व सैनिकों एवं पुलिस प्रशासन के तमाम अधिकारीयों ने पुष्प चक्र चढाकर अंतिम विदाई दी। इस दौरान उस समय मार्मिक दृश्य बन गया।
जब जवान की शव यात्रा के समय उसके ताबूत को शहीद जवान की रोती बिलखती पत्नी रेखा देवी ने कंधा दिया और उसके 4 वर्षीय पुत्र दिव्यांश ने मुखग्नि व बूढे पिता ने चिता पर पुष्प चक्र चढाकर फफकते हुए अपने पुत्र को विदाई दी। इस दौरान बूढे पिता को मौजूद अन्य लोगों ने संभाला तो उसने अपनी हिम्मत और धैर्य का परिचय देते हुए कहा कि उसे व उसके परिवार को इस बात का फक्र है कि उसके जवान पुत्र जीतेन्द्र ने देश की रक्षा व सेवा की ड्यूटी के दौरान अपने प्राण त्यागे है। आपको बता दे बीएसएफ जवान जीतेन्द्र कुमार करीब 9 वर्ष पूर्व देश सेवा व रक्षा के जज्बे को लेकर बीएसएफ में भर्ती हुआ था। जिसकी करीब 5 वर्ष पूर्व निकट के सूरौठ थाना क्षेत्र के गांव सैमला की रेखादेवी के साथ शादी हुई थी। 30 वर्षीय यह जवान त्रिपुरा के नटकल क्षेत्र में तैनात था। जो ड्यूटी के दौरान कुछ दिनों पूर्व बीमार हो गया था। तबियत ज्यादा बिगडने पर उसे अगरतला के एम्स समकक्ष अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहंा उसने उपचार के दौरान गत 17 नवम्बर की रात्रि को दम तोड दिया था। जिसकी सूचना परिजनों को 18 नवम्वर को तडके मिली थी। इस जवान का बयाना तालचिडी रोड पर स्मारक बनाने के लिए क्षेत्रीय विधायक व राज्यमंत्री भजनलाल जाटव की ओर से विधायक निधी से 4 लाख रूप्ए की राशि देने की अनुशंसा की है। स्मारक बनाने के लिए निशुल्क भूखंड गांव निवासी व राजस्थान पुलिस के जवान रामनिवास जाटव व उसके भाई एवं सीआरपीएफ जवान उमेशचंद जाटव की ओर से उपलब्ध कराया गया है।
समझाईश पर माने ग्रामीणः- इस जवान का शव गुरूवार को विशेष वाहन से सुबह सवेरे बयाना पहुंचा। जहां से उसके गांव बैरखों ले जाया जाना था। किन्तु मृतक जवान के परिजनों की ओर से अंतिम संस्कार व स्मारक निर्माण के लिए प्रशासन की ओर से भूमि उपलब्ध कराए जाने की मांग पर अड जाने से अवरूद्ध हो गया। मौके पर पहुंचे पुलिस व प्रशासन के अधिकारीयों की घंटों की समझाईश और गांव निवासी दो भाईयों की ओर से निशुल्क भूखंड उपलब्ध कराए जाने पर परिजन माने तब जाकर दोपहर एक बजे बाद अंतिम संस्कार की कार्रवाही हो सकी थी।