कप्तान छुट्टन लाल मीणा की 102वीं जयंती मनाई
सकट (अलवर,राजस्थान) मीणा समाज की ओर से समाजसेवी व सांसद रहे कप्तान छुट्टन लाल मीणा की जयंती थानागाजी विधायक कांति प्रसाद मीणा की अध्यक्षता में मनाई गई। इस दौरान विधायक कांति प्रसाद मीणा ने कप्तान छुट्टन लाल मीणा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कप्तान छुट्टन लाल मीणा समाजसेवी एवं सांसद थे। उन्होंने मीणा समाज को अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होने मीणा समाज को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा की अलख जगाने के लिए अनेक प्रयत्न किए । वे हरिजन और आदिवासी संघ के चेयरमैन रहे। उनका जन्म 3 सितम्बर 1920 को रूपबास (अलवर) में हुआ था। पिता का नाम श्री टुण्डाराम था। इनकी शिक्षा राजऋषि कॉलेज अलवर में हुई थी। इन्होंने सं 1936 में श्रीमती धापा देवी से विवाह किया। इनके पांच पुत्र और तीन पुत्रियाँ हुए। सेना में कप्तान से लेकर कमिशण्ड ऑफिसर के रूप में सेवाएँ दीं। द्वितीय विश्व युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभाई थी।इनकी हॉकी और फुटबॉल खेलने में भी रूचि थी। कृषि कार्य भी किया था। 1957 से 1971 तक कांग्रेस से विधायक रहे। सवाईमाधोपुर से कांग्रेस के सचिव और जिला अध्यक्ष रहे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव रहे और अनेक पदों पर रहे। 1971 में सवाई माधोपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे थे। राजनीति में आने से पहले उन्होंने युद्ध में इटली ग्रीस मिश्र सीरिया व आदर लैंड के युद्ध मोर्चों पर लड़ाई लड़ी जिसमें बहादुरी के लिए उन्हें स्वर्ण पदक भी मिला था 1957 से 1971 के दौरान महुआ नादौती टोडाभीम से विधायक रहे थे। उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी के नजदीकी माना जाता था। कप्तान ने गांव-गांव, ढाणी-ढाणी, पैदल चलकर मीणा समाज के बहुसंख्यक जिले अलवर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, भरतपुर, जयपुर की सरहदों पर समस्त व्याप्त अंधविश्वासों और पाखण्डों से समाज को मुक्ति दिलाई। नई दुनिया के साथ चलने हेतु शिक्षा की अलख महिलाओ के लिए ही विशेषकर जगाई थी। इस मौके पर राजगढ़ विकास अधिकारी नेतराम राम मीणा, विधायक पुत्र लोकेश मीणा, सरपंच मुकेश मंडावरी, सरपंच प्रतिनिधि रामावतार शर्मा, महेंद्र मीणा, महेंद्र बोहरा, राकेश वीरपुर, रंगलाल हलकारा, राजेंद्र मीणा, सिया राम मास्टर सहित अन्य लोग मौजूद थे।
- संवाददाता राजेंद्र मीणा की रिपोर्ट