बच्चों ने रखा रोजा, कोरोना के खात्मे के लिए उठे हाथ
मकराना (नागौर,राजस्थान/मोहम्मद शहजाद)। रमजान माह के रोजे बड़ों के साथ-साथ मासूम बच्चों ने भी रखने शुरू किए। तपती धूप की परवाह किए बिना नन्हे मुन्ने बच्चों ने रोजे रखे। अल्लाह और उसके रसूल की रजा हासिल करने के लिए भूख और प्यास की शिद्दत बर्दाश्त कर बच्चों ने कोरोना के खात्मे के लिए भी दुआएं मांगी। चांद दिखने के बाद मुकद्दस महीने की शुरूआत हुई। भीषण गर्मी ने रोजेदारों का इम्तिहान लिया। कई बच्चों ने पहली बार रोजा रखा। परिवार के बड़े लोगों ने भी हौसला अफजाई की। शाम को इफ्तार के वक्त बच्चों के चेहरे पर खुशी की झलक रही। बच्चों ने रोजा खोलकर कोरोना के खात्मे के लिए अल्लाह से दुआएं कीं। इसके अलावा शहर में ऐसे अनेक बच्चे हैं, जिन्होंने जिंदगी का पहला रोजा रखा और दिनभर इबादत भी की। घर में ही बच्चे नमाज पढ़ने के साथ ही कुरआन की तिलावत भी करते रहे। कोरोना संक्रमण व लॉकडाउन के चलते लोगों ने घरों पर ही पांच वक्त की नमाज अदा की। साथ ही रोजेदारों ने अपने-अपने परिवारों के साथ ही इफ्तार किया। मोहम्मद अरहान ने अपनी सात वर्ष की उम्र में पहली बार रोजा रखा है। पिछले कई महीने से रमजानुल मुबारक के महीने का बेसब्री से इंतजार कर रोजा रखने के साथ-साथ अपने परिवार के साथ कोरोना के खात्मे के लिए दुआ की। खुदा की खुशनूदी हासिल करने के लिए भूख और प्यास को बर्दाश्त किया।