बंदरों व आवारा जानवरों से नागरिक परेशान,नगरपालिका अनजान
बयाना भरतपुर
बयाना 09 नवम्बर(राजीव झालानी)। बयाना कस्बे में खुलेआम और बेलगाम बडी संख्या में घूमते आवारा व लावारिस जानवरों एवं बंदरों के आतंक से नागरिकों का दिन का चैन व रात की नींद हराम हो गई है। बयाना कस्बे को बंदरों व सूअरों से मुक्त कर नागरिकों को राहत दिलाने के सपने दिखाकर चुनाव जीतने वाले पालिका सदस्य व पालिका प्रशासन भी नागरिकों की इस बडी परेशानी को लेकर अनजान बना हुआ है। इन बंदरों व आवारा जानवरों और सूअरों से बच्चे से लेकर बूढे तक, महिलाओं से लेकर जवान तक और व्यवसाईयों से लेकर अफसर तक खासे परेशान है फिर भी निजी स्वार्थों व आपाधापी की होड के चलते समस्या का समाधान नही हो पा रहा है। कस्बे में खुलेआम झंुडों के रूप में घूमने वाले यह बंदर, सूअर व लावारिस गौवंश नागरिकों के लिए बडी मुसीबत बने हुए है। घरों के अंदर बंदरों ने और घरों के बाहर आवारा सूअरों, श्वानों व लावारिस गौवंश ने नागरिकों का जीना हराम कर दिया है। कस्बे की नई सब्जी मंडी, पुरानी सब्जी मंडी, अनाज मंडी, गुरूद्वारा मार्केट, गणेशी मार्केट, भीतरबाडी, जैनगली, सुनारगली, छीटमटीला, तेलीपाडा, महादेव गली, जाटव बस्ती, आदर्श नगर काॅलोनी, लालबाग काॅलोनी, गांधीचैक सहित विभिन्न गली मौहल्लों व काॅलोनीयों एवं बाजारों में इन आवारा जानवरों व बंदरों का तो मानों साम्राज्य स्थापित है। बताया गया है यह आवारा व गंदे जानवर नगरपालिका के कई कर्मचारीयों के पालतू है जो इनका व्यवसाय भी करते है। जिसकी वजह से नगरपालिका इनकों पकडवाने में रूचि नही रखती है। जबकि बंदरों को पकडवाने का काम सरकारी दस्तावेजों में खानापूर्ति कर दर्शा दिया जाता है। बंदरों व सूअरों के आतंक व धमाचैकडी के चलते लोगों एवं महिलाओं का बाजार व मंडी में सब्जी खरीदने तक जाना मुश्किल हो गया है। हालात यह है कि यह बंदर व आवारा जानवर आए दिन लोगों पर हमला कर घायल करते रहते है। बाजार या मंडी से खरीदे सामान के थैलों को भी छुडा ले जाते है। गृहणी रामेश्वरी व शांतीदेवी ने बताया कि अब तो बंदरों के कारण घरों में भी रहना व सूअरों की वजह से सब्जी मंडी जाना भी मुश्किल हो गया है। कई बार तो यह हमला कर देते है। कस्बे के नागरिकों ने पालिका प्रशासन से भी अभियान चलाकर आवारा पशुओं व जानवरों को पकडवाने व नागरिकों को राहत दिलाने की मांग करते बताया है कि यह बंदर व आवारा जानवर पिछले कुछ दिनों में ही कई लोगों व महिलाओं एवं बच्चों को हमला कर घायल कर चुके है। जिनमें से कई लोगों की हालत गंभीर होने पर उन्हें उपचार के लिए जयपुर ले जाना पडा। नागरिकों का कहना है कि कस्बे में घूम रहे गंदे जानवर तो पालिकाकर्मीयों के ही पालतू है वही यह जानवर कस्बे में जगह जगह गंदगी फैलाकर स्वच्छता अभियान को भी पलीता लगा रहे है।
बयाना से संवाददाता राजीव झालानी की रिपोर्ट