डीजल पेट्रोल के बढते दामो से आमजन परेशान, सरकार नही दे रही ध्यान
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) डीजल पेट्रोल व रसोई गैस सिलैण्डर के दिनो दिन लगातार बढ रहे दामो से अब आमजन चिंतित और परेशान होने लगा है। वहीं आमजन के उपयोग की वस्तुओ पर भी महंगाई का असर बढने लगा है। लोगो का कहना है कि मंहगाई और बढती रेटो की जिम्मेदारी एक दूसरे पर डालने से समस्या का हल नही होगा। बल्कि अब केन्द्र सरकार को बढती रेटो को लेकर गंभ्मीरता से आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है। लोगो का कहना है कि सभी पेट्रोलियम कम्पनीयंा व एक्साइज डयूटी सहित तमाम कर केन्द्र सरकार के अधीन है और केन्द्र सरकार की ओर से ही लगाये जाते है। केन्द्र सरकार रसोई गैस व पेटोलियम कम्पनीयो को फायदा पहुंचाने के लिऐ रोजाना पेट्रोलियम पदार्थाे की रेटो में बृद्वि कर रही है। जिसके परिणाम स्वरूप महंगाई और बेरोजगारी से परेशान लोग अब रसोई गैस व पेट्रोलियम पदार्थाे की रोजाना बढती रेटो को लेकर भी चिंतित और परेशान है। अच्छे दिनो का वादा कर सत्ता में आई केन्द्र सरकार की कार्यशैली को लेकर अब लोगो में रोष भी बढने लगा है। बयाना में ही पेट्रोल के दाम 96 रूप्या को व डीजल के दाम 88 रूप्ये को पार कर चुके है। जबकि कई जिलो में पट्रोल के दाम 100 रूप्या के आंकडे को और डीजल के दाम 93 रूप्या के आंकडे को पार कर चुके है। इधर पेट्रोल पम्प संचालको का कहना है कि रोजाना बढते रेटो और पेट्रोलियम कम्पनीयो की शर्ताे के चलते अब उनका पेट्रोल पम्प चलाना काफी महंगा और मुश्किल हो गया है। जबकि मुनाफा बहुत ही कम हो गया है। उन्होने बताया कि दिनो दिन रेटे बढते से अब उपभोक्ता भी कम आ रहे है। जिससे बिक्री पर असर पडा है। इधर बयाना व्यापार संघ के संरक्षक जानकीप्रसाद सामरी व मंत्री दीनूपाराशर ने सरकार से पेट्रोलियम पदार्थाे सहित रसोई गैस सहित अन्य दैनिक उपभोग की वस्तुओ की रेटे कम कर मंहगाई नियंत्रण के प्रभावी उपाय किये जाने की मांग करते हुऐ आन्दोलन की चेतावनी दी है।