घटिया निर्माण सामग्री से हो रहा सरकारी विद्यालय का निर्माण, ग्रामीणों की शिकायत के बाद रुका निर्माण
रामगढ़,अलवर
रामगढ़ कस्बे के समीप ग्राम पंचायत निवाली के ग्राम निवाली में स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 25 लाख रुपए की लागत से काम किया जा रहा है, जिसे शनिवार को ग्रामीणों की शिकायत के बाद अतिरिक्त ब्लॉक शिक्षा अधिकारी द्वारा रुकवाया गया।निवाली गांव के समाजसेवी मुस्ताक,रज्जाक , राशिद,सोनू आदि ने बताया कि राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत 25 लाख रुपए विद्यालय के भवन के निर्माण के लिए सरकार द्वारा दिए गए हैं, जिससे इन दिनों विद्यालय भवन का निर्माण कार्य चल रहा हैं। ग्रामीणों ने शाला सचिव एवं प्रधानाध्यापक सहित समस्त स्टाफ के प्रति भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि निर्माण कार्य बेहद घटिया क्वालिटी का करवाया जा रहा है। बच्चों को बैठने वाले कमरों के पिलर में बेहद घटिया क्वालिटी का सरिया और बजरी का उपयोग किया जा रहा है। साथ ही कमरों में हवा और रोशनी के लिए लगाए जाने वाले जंगले भी बेहद घटिया क्वालिटी के लगवाए गए। विद्यालय में घटिया निर्माण सामग्री का विरोध करते हुए ग्रामीणों ने मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा 4 जुलाई को सचिव व प्रधानाध्यापक के नाम पत्र जारी कर जंगले हटाने के निर्देश दिए थे। उसके बावजूद भी निर्माण कार्य में कोई सुधार नहीं हुआ और ना ही शाला विकास समिति को विश्वास में लिया गया। इसके बाद 21 अगस्त को ग्रामीणों द्वारा पुन विरोध किया गया और मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को एवं कनिष्ठ अभियंता को सूचित किया । उसके बावजूद कनिष्ठ अभियंता ने ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं की। शनिवार 22 अगस्त को अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी अकबर खान मौके पर पहुंचे और मौके पर मौजूद वार्ड पंच रशीद खान रज्जाक खान अरशद ग्रामीण मुस्ताक, सोनू सांवरिया,हीरा, जुम्मा,सिंधु सहित अनेक ग्रामीणों से लिखित शिकायत लेने के बाद निर्माण कार्य को बंद कराने के आदेश दिए
इधर सचिव पदेन प्रधानाध्यापक और ठेकेदार ने रात में ही आनन-फानन में घटिया क्वालिटी के जंगलों को एवं दरवाजों को हटवा कर अन्यत्र ले गए जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और उनका कहना है कि शाला में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ने आते हैं यदि कोई दुर्घटना घटित हो गई तो उस पर कौन जिम्मेदार होगा?
ग्रामीणों की मांग है कि निर्माण कार्य को निर्धारित मापदंड अनुसार एसएमसी की देखरेख में कराया जावे l
विद्यालय के प्रधानाध्यापक सुखराम का कहना है कि:- इस बारे में शाला के प्रधानाध्यापक सुखराम से बात की तो उन्होंने बताया की मेरी तबीयत खराब थी इसलिए मैं देखरेख नहीं कर पाया था और ठेकेदार ने घटिया क्वालिटी से जंगले, गेट निर्माण कराए थे जो कि हटवा दिए गए हैं।बाकी सही निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
इस मामले में एसीबीओ अकबर खान का कहना है कि:- इस बारे में ए सी ई बी ओ अकबर खान ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायत पर मैंने मौका निरीक्षण किया और उसके बाद ग्रामीणों से लिखित शिकायत लेकर निर्माण कार्य रोकने के लिए प्रधानाध्यापक एवं ठेकेदार को पाबंद किया।. जांच के लिए कमेटी गठित कर जांच करवाई जाएगी उसके बाद ही निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा और यदि निर्माण कार्य में दोषी पाए गए तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगीl
- संवाददाता अमित भारद्वाज की रिपोर्ट