डीग कस्बे में लोगो मे संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा, रेफरल चिकित्सालय से प्रतिदिन खुले में फेंका जा रहा है वायो वेस्ट कचरा
डीग / भरतपुर / पदम जैन
डीग -6 जून बीमारियों के रोकथाम और इलाज की जिम्मेदारी भले ही चिकित्सालय के पास हो। लेकिन कोरोना महामारी संक्रमण के दौरान डीग का रेफरल चिकित्सालय संक्रमण रोकने के स्थान पर फैलाने में लगा हुआ है। जिससे कोरोना के साथ साथ लोगो मे अन्य संक्रामक बीमारियां फैलने का खतरा बना हुआ है ।
रेफरल चिकित्सालय से निकलने वाला बायोमेडिकल कचरा प्रतिदिन खुले में रखे कूड़ेदान में डाला जा रहा है । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के स्पष्ट निर्देशों के बाद भी रेफरल चिकित्सालय से प्रतिदिन निकलने वाला बायोमेडिकल कचरा चिकित्सालय के सामने आप रास्ते में सड़क के किनारे लगे नगरपालिका के कूड़ेदान में डाला जा रहा है। चिकित्सालय से प्रतिदिन निकलने वाले बायो मेडिकल कचरे में काम में ली गई सिरिंजे ड्रिप सेट,कैथेटर, रॉयल्स ट्यूब,खून से सने गोज पीस ,रुई पट्टियां, सर्जिकल ब्लेड,इंजेक्शन की खाली शीशियां, खाली कांच औऱ प्लाष्टिक की ग्लूकोज की बोतलें और अन्य अवशिष्ट पदार्थ शामिल है।
कूड़ा डालने के बाद उस कूड़ेदान में कचरा बीनने वाले छोटे बच्चों को प्लास्टिक की नलिया कैथेटर बोतलें बीन कर ले जाते दिखाया सकता है । खुले में और आम रास्ते में बायोवेस्ट कचरा डाले जाने से लोगों में संक्रामक बीमारियां खेलने का पूरा खतरा बना हुआ है , क्योंकि यह आम रास्ता है . जहां पूरे दिन वाहनों और आम लोगो एवं चिकित्सालय आने वाले लोगो का तांता लगा रहता है। अक्सर अधिक मात्रा में कचरा डाले जाने से यह संक्रमित कचरा कूड़ेदान से बाहर सड़क पर फैल कर इधर उधर उड़ता रहता है।
डब्ल्यूएचओ और एन जी टी के आदेशों के मुताबिक अस्पतालों से निकलने वाले बायोमेडिकल कचरे के निस्तारण की एक निश्चित व्यवस्था है। रेफरल चिकित्सालय प्रशासन ने भी एक निजी फर्म को अस्पताल से निकलने वाले इस बायोवेस्ट कचरे के निस्तारण की जिम्मेदारी दे रखी है। इसके बावजूद डब्ल्यूएचओ और एनजीटी के आदेशों को धता बताकर रोजाना यह बायोवेस्ट कचरा खुले में अब रास्ते में फेंका जा रहा है जिससे कस्बे के लोगों में संक्रामक बीमारियां खेलने का खतरा बना हुआ है ।जबकि इसके लिए जिम्मेदार चिकित्सालय प्रशासन सब कुछ देखते हुए भी मूकदर्शक बना हुआ है।
क्या कहते जिम्मेदार
" चिकित्सालय से प्रतिदिन निकलने वाली बायो वेस्ट कचरे के निस्तारण की एक निश्चित व्यवस्था है ।जिसकी जिम्मेदारी चिकित्सालय प्रशासन द्वारा एक निजी फर्म को दे रखी है । रैफरल चिकित्सा प्रशासन को इस संबंध में नोटिस जारी कर इस अनियमितता को रोकते हुए प्रतिदिन बायोवेस्ट कचरे का निस्तारण नियमानुसार करवाने को निर्देशित किया जा रहा है।
डॉ हिमांशु पाराशर ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डीग