बेटी का कन्यादान सम्पूर्ण समाज की जिम्मेदारी- गोस्वामी
मंथन फॉउन्डेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा बुधवार को दो जरूरतमंद कन्याओ के विवाह हेतु चेक व अन्य सामग्री दी गयी
अलवर,राजस्थान / योगेश शर्मा
बहरोड:- डॉ. सविता गोस्वामी ने बताया कि इस कोरोना काल ने सभी के जीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है, कोई स्वास्थ्य से परेशान है तो किसी को आर्थिक तंगी ने तोड़ दिया है। इसी आर्थिक परेशानी को झेलते हुए एक परिवार जिसमे 2 कन्याओ का विवाह है, चिंता के दौर से गुजर रहा था। उनकी मदद हेतु मंथन फॉउन्डेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा कन्यादान स्वरूप कन्याओ के पिता को 11 हजार का चेक दिया गया व साथ ही साड़िया व शॉल भी आशीर्वाद स्वरूप दी गयी। उक्त उद्देश्य की पूर्ति हेतु भामाशाह के रूप में संजय मीर, वसंती यादव, डॉ. पीयूष गोस्वामी, अमित कुमार यादव, सुषमा गोस्वामी व भावना अग्रवाल का विशेष सहयोग रहा।
इस दौरान संजय मीर ने अपने वक्तव्य में अपने विचार रखते हुए कहा कि सनातन संस्कृति में कन्यादान को महादान माना गया है। एक नवजीवन का शुभारम्भ करने के लिए जब एक बिटिया घर से विदा होती है जो साथ ले जाती है अपनो का आशीर्वाद और दुआएँ। और उनका कन्यादान सम्पूर्ण समाज की नैतिक जिम्मेदारी है। साथ ही उनके द्वारा मंथन द्वारा निःस्वार्थ व निरंतर समाज में किये जा रहे सेवा कार्यो की सराहना की गई।