दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे हाइवें का मामला आया सामनें, बिना किसी परमिशन के सरकारी जमीन से ठेकेदार उठा रहें मिट्टी
ठेकेदार द्वारा जेसीबी मशीन की सहायता से अवैध तरिके से सरकारी जमीन से मिट्टी उठाकर सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगाया जा रहा हैं यह सब देखते हुए जिम्मेंदार अधिकारियों पर सरकारी मिट्टी उठाये जाने का सवाल खड़ा कर रहा हैं आखिर बिना परमिशन के ठेकेदार को सरकारी जमीन से मिट्टी उठाने का आदेश दिया किसने क्यों की सरकारी अधिकारियों की आखो के सामने ही ठेकेदार द्वारा धड़ल्लें से मिट्टी उठाई जा रही हैं लेकिन फिर भी कार्यवाही क्यों नही हो रही हैं
रैणी अलवर
अलवर के रैणी माचाड़ी सड़क मार्ग से निकल रहा दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे हाइवें की जमीन से बिना किसी अनुमति से सरकारी मिट्टी उठाने का मामला सामने अाया हैंं ठेकेदार द्वारा जेसीबी मशीन की सहायता से अवैध तरिके से सरकारी जमीन से मिट्टी उठाकर सरकार को करोड़ों रूपये का चूना लगाया जा रहा हैं यह सब देखते हुए जिम्मेंदार अधिकारियों पर सरकारी मिट्टी उठाये जाने का सवाल खड़ा कर रहा हैं अाखिर बिना परमिशन के ठेकेदार को सरकारी जमीन से मिट्टी उठाने का आदेश दिया किसने क्यों की सरकारी अधिकारियों की आखो के सामने ही ठेकेदार द्वारा धड़ल्लें से मिट्टी उठाई जा रही हैं लेकिन फिर भी कार्यवाही क्यों नही हो रही हैं रैणी तहसीलदार, पटवारी ,कानूगो यह सभी अधिकारी चुप क्यों हैं जिम्मेंदार अधिकारी ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करते हुए नजर तक नहीं आ रहे ऐसे में राजस्थान सरकार को करोड़ों रुपए का घाटा देकर चूना लगा रहें है रैणी तहसीलदार से ठेकेदार द्वारा मिट्टी उठाने के मामलें में जब बात की गई तो तहसीलदार ने कहा की हमने कंपनी वालों को किसी भी तरह की सरकारी जमीन से मिट्टी उठाने की अनुमति नहीं दी है वही पटवारी से भी इस मामले में बात की गई तो ग्राम पंचायत भूलेरी पटवारी द्वारा कहा गया की मैंने कई बार ठेकेदार को मिट्टी उठाने से मना कर दिया है लेकिन फिर भी ठेकेदार की दादागिरी के चलते सरकारी जमीन में गहरे गड्डे कर मिट्टी उठा ली गई है
हम आपको बता दे की मिट्टी खोदने वाले गड्ढे इतने गहरे खुदे हुए हैं की मिट्टी के गड्ढें कभी भी छोटे बच्चों का मौत का जिम्मेंदार साबित हो सकते हैं एवं बड़ा हादसा होने के साथ अनहोनी भी हो सकती हैं प्रशासन के आगे ठेकेदार का इतना बड़ा रोल अाखिर ये क्या है? कार्यवाही क्यों? यदि प्रशासन ने इन्हें मिट्टी खोदने की अनुमति नही दी गई तो फिर ठेकेदार किसके दम पर सरकारी जमीन से मिट्टी खोदनें पर लगा हैं या फिर प्रशासन सहित भृष्ट अधिकारी इस गंदे खेल में शामिल तो नही अाखिर अब तक कार्यवाही क्यों नही हुई क्या ठेकेदार द्वारा प्रशासन को खरीद लिया है या फिर कोई और नया मामला हैं अाखिर प्रशासन इनके ऊपर कार्यवाही क्यों नहीं करता है तहसीलदार ने इनके खिलाफ कोई भी मुकदमा अभी तक नहीं दर्ज नही किया है,अगर मुकदमा करवाया भी है तो कार्यवाही क्यो नही कर रहे हैं क्षेत्रीय विधायक से जब बातचीत की गई तो विधायक द्वारा कहा गया कि इस गंदे खेल में ठेकेदार एवं प्रशासन की अापसी मिलीभगत हो सकती है प्रशासन को इन पर कार्यवाही करनी चाहिए वही तहसीलदार ने यह भी कहा कि अगर काश्तकार भी यदि अनुमति लेकर जमीन से मिट्टी उठाता है तो वह सिर्फ 6 फीट की गहराई तक ही मिट्टी उठवा सकता है सूत्रों के अनुसार रैणी पंचायत समिति के आस-पास के गांवों में 10 से 20 फीट के गहरें गड्ढे खोदे हुए होने का दावा किया जा रहा हैं जिनमें कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
रैणी से योगेश गोयल की रिपोर्ट