विचार गोष्ठी में महात्मा ज्योतिबा फूले को भारत रत्न देने की मांग, महात्मा फुले हमारे प्ररेणा स्त्रोत है: माली
भीलवाड़ा ,राजस्थान/ बद्रीलाल माली
गुरला :-भीलवाड़ा महात्मा ज्योतिबा फूले ने देश में एक सामाजिक क्रांति का आगाज करते हुए कई सामाजिक बुराइयों को देश से समाप्त करने का कार्य किया था। समाज को एक नई दिशा दी जो देश के लिए आज भी लाभकारी साबित हो रही है। उनके द्वारा किए गए सभी कार्य हमेशा ही भारत देश की जनता के लिए विस्मरणीय रहेंगे। साथ ही महात्मा फुले हमारे प्ररेणा स्त्रोत है। यह विचार फूले सेवा संस्थान के अध्यक्ष गोपाललाल माली ने महात्मा ज्योतिबा फूले की 130वीं पुण्यतिथि पर महात्मा ज्योतिबा फूले मूर्ति प्रांगण में फूले सेवा संस्थान के तत्वावधान में आयोजित श्रद्धाजंलि सभा एवं विचार गोष्ठी में कहे। उन्होंने आज की युवा पीढ़ी से समाज में व्याप्त बुराईयों को जड़ से मिटाने का भी आव्हान किया।
इस अवसर पर विचार गोष्ठी में महात्मा फूले द्वारा पिछडा़े के उत्थान पर दिये गये योगदान पर बल देते हुए महात्मा ज्योतिबा फूले को भारत रत्न देने, शिक्षा के क्षेत्र में उनके प्रयासों और कार्याें को देखते हुए पाठ्यक्रम में उनकी जीवनी जोड़ने एवं शैक्षणिक संस्थाओं में 11 अप्रेल को महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती मनाई जाने की मांग की। कार्यक्रम से पूर्व फूले के सभी अनुयायियों ने महात्मा फूले की प्रतिमा के समक्ष श्रद्धासुमन अर्पित किये। इस अवसर पर माली समाज के अध्यक्ष बंशीलाल माली, लक्ष्मण सरिवाल, पुषालाल तुन्दवाल, देबीलाल रागस्या, मूलचंद छुलिवाल, चैथमल माली, जगदीश गढ़वाल, लादूलाल माली, दिवानजी, गणपत माली सहित कई लोग उपस्थित थे।