1800 घंटे से अटका चैनपुरा के शहीद राजेन्द्र प्रसाद के स्कूल के नामांकन का प्रस्ताव डीईओ ने मात्र 18 घंटे में भेजा
सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा एवं प्रमुख समाजसेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा के प्रयास लाए रंग
- शहीद के परिवार को लेकर डीईओ दफ्तर पहुंचे सुरेश मीणा किशोरपुरा शहीद के नाम से विद्यालय का नामकरण की उठाई थी मांग सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
- सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा ने भी डीईओ को लगायी थी फटकार
- पहले डीईओ पर राजनीतिक पचड़े में पड़ने का लगाया था आरोप आज आया नया मोड़ सुरेश मीणा ने कहा पुरानी बातें नकारो डीईओ मनोज ढाका प्रशंसा के योग्य हैं इन्होंने 12 घण्टे में दिया है रिजल्ट
झुंझुनू जिले के मलसीसर क्षेत्र के गांव चैनपुरा के विद्यालय का नामांकन शहीद राजेंद्र प्रसाद के नाम पर रखने को लेकर पिछले ढाई महीने से शहीद का परिवार ग्रामीणों को साथ लेकर शिक्षा विभाग के दफ्तर पर लगातार चक्कर लगा रहा था। शहीद के परिवार के साथ हो रहे इस घटनाक्रम की खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित हुई तो इसकी पूरी जानकारी शहीद के परिवार के लोगों से समाजसेवी सुरेश मीणा किशोरपुरा ने जुटाई। गत दिनों शहीद परिवार के लोगों को सुरेश मीणा ने अपने गांव में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढा से मिलवाया। गुढ़ा ने डीईओ प्रारंभिक मनोज ढाका को कहा कि इस विभाग का मंत्री बनने के बाद पहली बार किसी सैनिक शहीद के परिवार की जायज मांग बोल रहा हूं । समय रहते यह फाइल कंप्लीट नहीं हुई तो ठीक नहीं रहेगा। इसके बाद सोमवार को शहीद राजेंद्र प्रसाद मीणा के बेटे सत्येंद्र मीणा को साथ लेकर आदिवासी मीणा सेवा संघ के प्रदेश प्रधान सुरेश मीणा किशोरपुरा शिक्षा विभाग डीईओ दफ्तर पहुंचे। और उन्होंने शहीद की फाइल को क्यों नही आगे बढ़ाने की डीईओ से बात की इस पर डीईओ ढाका ने कुछ कागजातों पर हस्ताक्षर करने की बात कही इसके बाद मंगलवार को सुबह शहीद वीरांगना ने डीईओ कार्यालय पहुंचकर तमाम कागजात पर हस्ताक्षर किये । इसके बाद डीईओ ने हाथों हाथ दिन ढलने से पहले ही 18 घण्टे में ढाई महीने से अटका काम पूरा कर दिया । और शहीद परिवार की फाइल दफ्तर से सरकार के पास निकल गयी । कुछ लोगो का कहना हैं डीईओ पर काफी समय से कुछ राजनेताओं का दबाव था ऐसे में फाइल में सारे कागजात सलंगन होने के बावजूद भी यह आगे नहीं बढ़ पा रही थी वहीं सुरेश मीणा का कहना है कि कुछ भी माने पर सच्चाई यह है कि डीईओ मनोज ढाका ने दफ्तर में हमारी बहुत इज्जत की ओर एक दिन में यह फाइल आगे भेजने की गारंटी दी थी । जो इन्होंने पूरा किया । सुरेश मीणा ने कहा कि शहीदों के परिवारों के प्रति यह ही सकारात्मक भावनात्मक सोच अधिकारियों की होनी चाहिए । उन्होंने मुख्यमंत्री से इस शहीद की फाइल पर जल्द अमल करते हुए विद्यालय का नामांकरण राजेंद्र प्रसाद के नाम से करने की मांग की है ।
- रिपोर्ट:- सुमेरसिंह राव