राजऋषि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के प्री पीएचडी प्रजेंटेशन में गोविन्दगढ़ के देवेन्द्र कुमार शर्मा ने दिया प्रस्तुतीकरण
अलवर (राजस्थान) राजऋषि भर्तृहरि मत्स्य विश्वविद्यालय के शोध केन्द्र बाबू शोभाराम राजकीय कला महाविद्यालय , अलवर में भूगोल विभाग द्वारा विभागाध्यक्ष डॉ मिलन यादव की अध्यक्षता में प्री पीएचडी प्रजेंटेशन का आयोजन हुआ । डॉ विजय कुमार वर्मा के निर्देशन में श्री देवेन्द्र कुमार शर्मा ने भरतपुर ज़िले में जलजनित रोगों का चिकित्सा भौगोलिक अध्ययन मलेरिया रोग के विशेष सन्दर्भ में विषय पर प्री पीएचडी प्रस्तुतीकरण किया । जिसमें उन्होंने बताया कि अध्ययन क्षेत्र भरतपुर ज़िले में दूषित जल के फैलाव से मलेरिया रोग का प्रसार अधिक हो रहा है । अध्ययन क्षेत्र में मलेरिया रोग के साथ साथ अन्य रोगों का प्रसार भी हुआ है । भरतपुर में चिकुनगुनिया , ड़ेंगू , स्क्रब टायफस , पीलिया , हैजा आदि का प्रसार मलेरिया की तुलना में कम है ।
कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग ने अधिक से अधिक सैम्पल जाँच हेतु संग्रहित किए जिनमें मलेरिया के रोगी भी मिले । शोध में पता चला कि में डीग में जल महल , कामां में विमलकुण्ड , कुम्हेर में चक क्षेत्र , लोहागढ़ किला , केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के आस पास दूषित जल भराव की समस्या अधिक पाई गई इसी अनुपात में यहाँ जलजनित रोग मलेरिया का प्रसार विगत 10 वर्षों में हुआ । कार्यक्रम का संचालन महेश कुमार मीना ने किया । विशेष विशेषज्ञ के रूप में डॉ महेंद्र कुमार जाजोरिया , डॉ रेखा अजवानी , डॉ रविन्द्र कुमार मिश्रा , डॉ राजेन्द्र प्रसाद उपस्थित रहे । संकाय सदस्य के रूप में डॉ रेखा यादव एवं सत्यदेव उपस्थित रहे । कार्यक्रम में शोधार्थी अजीत सिंह , प्रीति शर्मा , दीपम चौहान , बजरंग लाल एवं प्रदीप विश्नोई उपस्थित रहें । ऑनलाइन माध्यम से सह आचार्य मंजू यादव , मनोज शर्मा , आकांक्षा बाली कार्यक्रम से जुड़े । शोध कार्य में नर्सिंग ट्यूटर कपिल प्रधान एवं अमित खेड़ापति का सहयोग रहा । कार्यक्रम के अन्त में डॉ विजय कुमार वर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन किया