फर्जी टीमें बनाकर दूसरे खिलाड़ियों को आगे जाने से रोक रहा डीएफए नागौर सचिव, फुटबॉल खिलाड़ियों ने कलेक्टर से की बर्खास्त करने की मांग
मकराना (नागौर, राजस्थान/ मोहम्मद शहजाद) डीएफए नागौर सचिव पर फर्जी टीमें बनाकर दूसरे खिलाड़ियों को आगे बढ़ने से रोकने व खेल भत्ता लेने का आरोप लगाया गया हैं। मकराना के सिटी क्लब फुटबाल के पदाधिकारियों एवं खिलाड़ियों ने जिला कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर सचिव को बर्खास्त करने व खेल भत्ता रोकने की मांग की हैं।
उन्होंने ज्ञापन में बताया कि सरकार के अधीन आने वाले राजस्थान फुटबाल संघ (आरएफए) द्वारा फुटबाल की वार्षिक सीनियर चैंपियनशिप करवाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी चैंपियनशिप का आयोजन होना हैं। उन्होंने बताया कि नागौर डीएफए सचिव द्वारा कागजों में फर्जी टीमें तैयार कर दूसरे खिलाड़ियों को आगे बढ़ने से रोका जा रहा हैं। डीएफए संघ में 8 टीमें रजिस्टर हैं जिसमें 6 टीमें नागौर सेकेट्री के परिवार की हैं।
उक्त सेकेट्री द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर खेल अधिकारी से मान्यता प्राप्त कर ली जाती हैं तथा खेल भत्ता भी लिया जाता हैं। ऐसे में अन्य खिलाड़ियों को आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाता हैं। जिससे उनकी खेल भावनाएं आहत हो रही हैं। उन्होंने बताया कि नियमानुसार कोई भी सरकारी कर्मचारी संघ का पदाधिकारी नहीं हो सकता,
जबकि नागौर संघ का सेकेट्री एक सरकारी अध्यापक हैं। उन्होंने कलेक्टर से सेकेट्री को बर्खास्त कर खेल भत्ता रुकवाने की मांग की है। इस दौरान सिटी क्लब के उपाध्यक्ष रामकरण किरडोलिया, पूर्व कप्तान व संयोजक मोहम्मद इकबाल रांदड़, उपाध्यक्ष मोहम्मद शफी उर्फ बबलू गैसावत, लियाकत अली, बाबूलाल सहित अन्य मौजूद थे।